एनपीए बढ़ा
रिन्यूएबल एनर्जी संबंधित प्रोजेक्ट को फाइनेंसिंग देने का बिजनेस करने वाली इरेडा कंपनी का जून क्वार्टर में ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग ऐसेट बढ़कर के 4.13% पर आ गया है। जो इससे पहले वाले क्वार्टर में यानी की फाइनेंसियल ईयर 2025 के मार्च क्वार्टर में 2.4% पर था। जून क्वार्टर में इस कंपनी का नेट एनपीए 1.35% से बढ़कर के 2.06% आ गया है। कंपनी के एनपीए में बिगड़ते हुए अवस्था के पीछे का मुख्य कारण जेनसोल इंजीनियरिंग कंपनी के 730 करोड़ रुपए के एनपीए को माना जा रहा है।
मुनाफा भी फिसला
इरेडा कंपनी ने जानकारी दी है कि इस बार के जून क्वार्टर में उनका नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 35.6% से लुढ़क करके 247 करोड़ रुपए के लेवल पर चला गया है जो 1 साल पहले यानी फाइनेंशियल ईयर 2025 के जून क्वार्टर में 383.70 करोड़ रुपए के लेवल पर था।
दूसरी तरफ परिचालन से रेवेन्यू सालाना आधार पर 29% से बढ़कर के 1947.600 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गया है जून क्वार्टर के दौरान कंपनी का फाइनेंसिंग कॉस्ट 1 साल पहले के जून क्वार्टर के आंकड़े 975 करोड़ रुपए से बढ़कर के 1218 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गया है।
इरेडा शेयर का परफॉर्मेंस
इरेडा शेयर अपने 52 वीक के हाई लेवल 310 रुपए से इस समय 40% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। पिछले एक हफ्ते में 3% की गिरावट, पिछले 1 महीने में 11% की गिरावट देखने को मिली है। साल 2025 में अब तक इरेडा शेयर 19% की गिरावट देख चुका है। पिछले 1 साल के आधार पर शेयर में करीब 43% की बड़ी गिरावट रिपोर्ट हुई है।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
Source: Economic Times