NSDL IPO Subscription Status on Day 3 : भारत की नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) का आईपीओ आज तीसरे दिन यानी 1 अगस्त को शाम 4:45 बजे तक करीब 41 गुना सब्सक्राइब हो चुका है. रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हिस्सा 770 फीसदी से ज्यादा भर गया. आईपीओ पब्लिक सब्सक्रिप्शन के 1 अगस्त 2025 तक ही खुला था. यह IPO 5.01 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) था. कंपनी ने इसके लिए प्राइस बैंड 760 से 800 रुपये प्रति शेयर तय किया था.
लेटेस्ट सब्सक्रिप्शन स्टेटस
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड का आईपीओ आज तीसरे दिन शामि 4:45 बजे तक करीब 41 गुना भर गया है.
रिटेल कोटा 35% रिजर्व है और यह 7.70 गुना भरा है.
QIB कोटा करीब 50% रिजर्व है और यह 103.9 गुना भरा है.
NII कोटा 15% के करीब है और यह 34.96 गुना भरा है.
कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्से को 15.21 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है.
GMP : ग्रे मार्केट प्रीमियम 18%
आईपीओ बाजार में NSDL को लेकर खासा उत्साह नजर आ रहा है. NSDL का अनलिस्टेड स्टॉक ग्रे मार्केट में 140 से 145 के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. यह अपर प्राइस बैंड 800 रुपये के लिहाज से करीब 18 फीसदी प्रीमियम है. यही ट्रेंड बरकरार रहा तो कंपनी का स्टॉक 800 रुपये के आईपीओ प्राइस की तुलना में 940 से 945 रुपये के बीच लिस्ट हो सकता है.
NSDL पर आनंद राठी
ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी के अनुसार आईपीओ के अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का P/E रेश्यो 46.6x है (FY25 की कमाई के आधार पर), और इसका मार्केट कैप 16,000 करोड़ रुपये होगा. आईपीओ के बाद कंपनी की रिटर्न ऑन नेट वर्थ (RoNW) 17.1% रहेगी. ब्रोकरेज के अनुसार वैल्युूएशन उचित है.
NSDL पर बजाज ब्रोकिंग
ब्रोकरेज हाउस बजाज ब्रोकिंग के अनुसार कंपनी अब अपनी सेवाओं में और वैल्यू जोड़ रही है और नए विकल्पों के साथ अपने दायरे को बढ़ा रही है. पिछले तीन वित्त वर्ष में कंपनी ने औसतन 15.13 रुपये का EPS (प्रति शेयर कमाई) और 16.75% का RoNW (नेटवर्थ पर रिटर्न) दिया है. वैल्यूएशन उचित है, क्योंकि NSDL की मजबूत मार्केट स्थिति, नियमित और स्थिर कमाई और आगे बढ़ने की क्षमता को देखते हुए यह निवेश के लिए सही है.
NSDL : भारत की पहली और सबसे बड़ी डिपॉजिटरी
NSDL, भारत की पहली और सबसे बड़ी डिपॉजिटरी है, जो निवेशकों के शेयर और एसेट्स को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रखने का कार्य करती है. यह संस्था देश के पूंजी बाज़ार की पारदर्शिता, गति और सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. कंपनी ने जुलाई 2023 में आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल किए थे, लेकिन अगस्त में यह प्रक्रिया रोक दी गई. बाद में अक्टूबर 2024 में SEBI से मंजूरी मिली और अब यह लिस्टिंग के लिए तैयार है.
(Disclaimer: आईपीओ में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
Source: Financial Express