पब्लिक इश्यू से पहले कंपनी 600 करोड़ रुपये तक प्री-IPO प्लेसमेंट के माध्यम से जुटाने पर विचार कर सकती है. यदि यह फंडिंग पहले ही जुटा ली जाती है, तो फ्रेश इश्यू का साइज उसी अनुपात में कम कर दिया जाएगा. कंपनी ने अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) में कहा कि वह इस आईपीओ से प्राप्त 2250 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने में खर्च करेगी, जबकि शेष राशि का इस्तेमाल जनरल कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए किया जाएगा. मई 2025 तक कंपनी पर कुल 5894.3 करोड़ रुपये का फंड-बेस्ड कर्ज था.
टॉप 10 रिन्यूएबल इंडिपेंडेंट प्रोड्यसर्स में शामिल
ज्युनिपर ग्रीन एनर्जी ने दावा किया है कि वह भारत में टॉप 10 रिन्यूएबल इंडिपेंडेंट प्रोड्यसर्स में से एक है. कंपनी ने मार्च 2020 में 100 मेगावॉट का अपना पहला सोलर प्रोजेक्ट शुरू किया था और मई 2025 तक इसकी कुल स्थापित क्षमता 7,898.45 मेगावॉट (10,069.58 MWp) हो चुकी है. इसके पोर्टफोलियो में सोलर के साथ-साथ विंड एनर्जी भी शामिल हैं.
इन लिस्टेड कंपनियों से मुकाबला़
कंपनी का मुकाबला Acme Solar Holdings, NTPC Green Energy और Adani Green Energy जैसी लिस्टेड कंपनियों से है. वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने 40 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि पिछले वित्त वर्ष में उसे 12 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. इस दौरान ऑपरेशनल रेवेन्यू 18.2% बढ़कर 391.6 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, दिसंबर 2024 को समाप्त नौ महीनों में कंपनी ने 7.8 करोड़ रुपये का लाभ और 351.6 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया.
इस आईपीओ को मैनेज करने के लिए ICICI Securities, HSBC Securities and Capital Markets (India), JM Financial, और Kotak Mahindra Capital Company को मर्चेंट बैंकर के रूप में नियुक्त किया गया है.
Source: CNBC