हालांकि, IPO से पहले किसी भी कंपनी का अनलिस्टेड शेयर खरीदना जितना फायदेमंद हो सकता है, उतना ही ज्यादा इसमें रिस्क भी होता है. आइए सबसे पहले अनलिस्टेड शेयर के बारे में जानते हैं और उसके बाद उसे खरीदने की प्रोसेस के साथ ही फायदे व नुकसान के बारे में जानते हैं.
अनलिस्टेड शेयर क्या होते हैं?
जब कोई कंपनी सार्वजनिक रूप से स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड नहीं होती, तो उसके शेयर अनलिस्टेड माने जाते हैं. यानी ये शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड नहीं होते. अक्सर ऐसी कंपनियों के शेयर प्रमोटर्स के अलावा कंपनियों के कर्मचारियों, निवेशकों या कुछ प्राइवेट निवेशकों के पास होते हैं. IPO के बाद ये शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो जाते हैं.
boAt के अनलिस्टेड शेयर कैसे खरीदें?
- ब्रोकर या डीलर के जरिए: भारत में कई फिनटेक प्लेटफॉर्म हैं जो प्री-IPO या अनलिस्टेड शेयरों की डीलिंग करते हैं. जैसे:- Precise, InCred Money, Altius Investech और UnlistedZone सहित अन्य. आप इनसे संपर्क करके या इनकी वेबसाइट के जरिए शेयर खरीद सकते हैं. हमने यहां पर केवल जानकारी के लिए इन प्लेटफार्म का नाम बताया है, हमारी ओर से कोई भी रिकमेंड नहीं किए जा रहे हैं.
- ओटीसी (Over The Counter) डील: अगर आप सीधे किसी ऐसे व्यक्ति या फर्म को जानते हैं जिसके पास boAt के शेयर हैं, तो आप ओटीसी ट्रांजैक्शन के जरिए शेयर खरीद सकते हैं. इसमें ब्रोकर की जरूरत नहीं होती, लेकिन ट्रांजैक्शन कानूनी रूप से करें. हालांकि, किसी भी वेबसाइट या व्यक्ति से अनलिस्टेड शेयर खरीदने से पहले यह कंफर्म कर लें की वह कही फ्रॉड करने की कोशिश तो नहीं है.
boAt के अनलिस्टेड शेयर खरीदने के फायदे
- IPO से पहले कंपनी में हिस्सेदारी:IPO से पहले शेयर खरीदने का मतलब है कि आप कंपनी के सार्वजनिक होने के बाद भी अपने शेयर स्टॉक मार्केट में बेच सकते हैं, जिससे मुनाफा हो सकता है. हालांकि, लिस्टिंग के 6 महीने बाद ही शेयर्स को बेचा जा सकता है.
- कम कीमत पर निवेश का मौका: IPO के मुकाबले अनलिस्टेड शेयर अक्सर कम कीमत पर मिल सकते हैं, जिससे अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना होती है. हालांकि, इसके लिए कोई बेंचमार्क नहीं है, जिसके जरिए सही प्राइस चेक किया जा सके.
अनलिस्टेड शेयर खरीदने के नुकसान और जोखिम
- लिक्विडिटी की कमी : अनलिस्टेड शेयर आसानी से बिक नहीं पाते, यानी आपको सही कीमत पर तुरंत निवेश वापस मिलना मुश्किल हो सकता है.
- जानकारी की कमी : अनलिस्टेड शेयरों के बारे में सार्वजनिक जानकारी सीमित होती है, जिससे निवेश में जोखिम बढ़ जाता है.
- कीमत का अस्थिर होना : चूंकि शेयर एक्सचेंज पर ट्रेड नहीं होते, इसलिए कीमत तय करना मुश्किल होता है. इसी का फायदा उठाकर प्लेटफॉर्म महंगे में शेयर बेच सकते हैं.
क्या आपको boAt के अनलिस्टेड शेयर खरीदने चाहिए?
यदि आप जोखिम लेने वाले निवेशक हैं और कंपनी के भविष्य में विश्वास रखते हैं, तो IPO से पहले अनलिस्टेड शेयर खरीदना फायदे का सौदा हो सकता है. लेकिन अगर आप सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं तो पहले कंपनी के IPO का इंतजार करना बेहतर है. इसके साथ ही जब कोई कंपनी IPO लाने के करीब होती है तो अनलिस्टेड मार्केट में उसकी प्राइस काफी बढ़ा दी जाती है, जिसके कारण फायदे की जगह नुकसान हो जाता है. हाल ही में HDB फाइनेंशियल का IPO लिस्ट हुआ है, जिसने अनलिस्टेड मार्केट की वैल्यूएशन पर कई सवाल उठाए हैं.
Source: Economic Times