Infosys के कैश-रिच बिज़नेस मॉडल और मजबूत बैलेंस शीट को देखते हुए बाज़ार इसे निवेशकों के लिए सकारात्मक कदम मान रहा है.
अगर बोर्ड बायबैक को मंजूरी देता है तो शेयरधारकों को बेहतर रिटर्न और स्थिरता का फायदा मिलेगा.IT सेक्टर पर भले ही दबाव है, लेकिन Infosys जैसे ब्लू-चिप स्टॉक में बायबैक की घोषणा अक्सर लॉन्ग-टर्म निवेशकों का भरोसा बढ़ाती है.
शेयर अभी दबाव में हैं तो निवेशकों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है, लेकिन फाइनल फैसला 11 सितंबर की बोर्ड मीटिंग के बाद ही साफ होगा.
इन्फोसिस ने अब तक निम्नलिखित समय पर शेयर बायबैक का एलान किया है
2017 में ₹13,000 करोड़ का बायबैक, टेंडर ऑफर रूट से किया था
2019 में ₹8,260 करोड़ का बायबैक, ओपन मार्केट रूट से किया था.
2021 में ₹9,200 करोड़ का बायबैक, ओपन मार्केट रूट से किया था.
2022 में ₹9,300 करोड़ का बायबैक, ओपन मार्केट रूट से, जिसमें ₹1,850 प्रति शेयर की कीमत निर्धारित की गई थी.
यह सभी बायबैक कंपनी के निवेशकों को लाभ पहुंचाने और बाजार में अपनी भागीदारी को मजबूत करने के उद्देश्य से हुए. पिछले बायबैक के दौरान इन्फोसिस के शेयरों की कीमत में 10-22% तक की बढ़त भी देखी गई.
Source: CNBC