Indusind Bank के शेयरों में उछाल, बैंक ने CEO की नियुक्ति के लिए RBI को भेजे 3 नाम

Indusind Bank Shares Price: हिंदुजा ग्रुप की ओर से प्रमोटेड इंडसइंड बैंक के शेयरों में आज बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इंडसइंड बैंक के शेयरों में यह उछाल बैंक की ओर से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पद पर नियुक्ति के लिए तीन नामों को भेजने के बाद आई है। बैंक ने राजीव आनंद, राहुल शुक्ला और अनूप साहा को CEO पद के लिए नॉमिनेट किया है। इस खबर के बाद इंडसइंड बैंक के शेयरों में 2 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

अप्रैल में हुआ था इस्तीफा

सोमवार को इंडसइंड बैंक के शेयर 875.75 रुपये के लेवल पर इंट्राडे हाई बनाए हैं, जबकि शुक्रवार को 857.70 रुपये के भाव पर बंद हुए थे। हालांकि, क्लोजिंग 1.78% की बढ़ोतरी के साथ 873 के लेवल पर हुई है। दरअसल, अप्रैल महीने में सुमंत कठपालिया और डिप्टी CEO अरुण खुराना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद बैंक ने RBI के पास तीन नामों को भेजा है।

रेस सबसे आगे ये नाम

इंडसइंड बैंक ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पद के लिए जिन तीन नामों को चुना है, उनमें से रेस में सबसे आगे एक्सिस बैंक में डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्ट राजीव आनंद का नाम है। उनके पास 35 साल से अधिक समय का अनुभव है, जिसमें रिटेल बैंकिंग, होलसेल बैंकिंग और ट्रेजरी जैसे सेक्टर शामिल हैं। वह अगस्त 2025 में एक्सिस बैंक से रिटायर होने वाले हैं। इसके अलावा, दूसरा नाम HDFC बैंक में कमर्शियल और रूरल बैंकिंग के ग्रुप हेड राहुल शुक्ला का नाम है। राहुल शुक्ला के पास 30 साल से अधिक समय का अनुभव है, जबकि तीसरा नाम अनूप साहा का है। अनूप साहा मौजूदा समय में बजाज फाइनेंस के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और इसके पास 25 साल से अधिक समय का फाइनेंशियल अनुभव है।

डेरिवेटिव्य पोर्टफोलियो में पाई गई थी 1,960 करोड़ की गड़बड़ी

बता दें कि इसी साल अप्रैल महीने में इंडसइंड बैंक के डेरिवेटिव्स पोर्टफोलियो में 1,960 करोड़ रुपये की गड़बड़ी उजागर होने के बाद मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुमंत कठपालिया ने तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया था। इसी दौरान उनके डिप्टी अरुण खुराना ने भी उसी समय इस्तीफा दिया। सुमंत ने अपने इस्तीफे में कहा, ‘मुझे कई गलतियों और चूकों की जानकारी मिली है, जिनकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैं इस्तीफा दे रहा हूं।’ इससे पहले मार्च में भारतीय रिजर्व बैंक ने कठपालिया के कार्यकाल को एक साल के लिए बढ़ाया था, जो मार्च 2026 में समाप्त होता। लेकिन लेखा गड़बड़ियों की वजह से उन्हें और उनके डिप्टी को इस्तीफा देना पड़ा।

बैंक की नेटवर्थ में पड़ा निगेटिव असर

गौरतलब है कि इंडसइंड बैंक हाल के महीनों में कई फाइनेंशियल और रेगुलेटरी परेशानियों का सामना कर रहा है। मार्च में डेरिवेटिव्स पोर्टफोलियो में गड़बड़ी से बैंक की नेटवर्थ में 2.35 प्रतिशत या करीब 1979 करोड़ रुपये का निगेटिव असर पड़ा है। इसके अलावा, माइक्रोफाइनेंस सेगमेंट में 674 करोड़ रुपये की गलत ब्याज आय और 595 करोड़ रुपये के अनसब्सटैंशियेटेड बैलेंस की बात सामने आई है। ऐसे में नए CEO की नियुक्ति बेहद जरूरी है।

Source: Mint