IDBI Bank Q1 रिजल्ट पेश; मुनाफे में 17% की तेजी लेकिन NII लुढ़का, मंगलवार को बढ़ेगा मोमेंटम

नई दिल्ली: चालू अर्निंग सीजन के बीच सोमवार 21 जुलाई को आईडीबीआई बैंक ने फाइनेंशियल ईयर 2026 का जून क्वार्टर रिजल्ट पेश कर दिया है। जून क्वार्टर में आईडीबीआई बैंक का परफॉर्मेंस मिला जुला रहा है। बैंक ने बताया कि इस बार के जून क्वार्टर में उनका स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट 2007 करोड़ रुपए के लेवल पर रिपोर्ट हुआ है जो 1 साल पहले के जून क्वार्टर में 1719 करोड़ रुपए एक लेवल पर था। यानी सालाना आधार पर इस बार नेट प्रॉफिट में 17% की बढ़त देखने को मिली है।


NII में गिरावट

दूसरी तरफ IDBI Bank Ltd को नेट इंटरेस्ट इनकम के मोर्चे पर गिरावट रिपोर्ट हुई है। जून क्वार्टर में सालाना आधार पर नेट इंटरेस्ट इनकम 2% से फिसल करके 3166 करोड़ रुपए के लेवल पर आ गई है जोकि 1 साल पहले के जून क्वार्टर में 3233 करोड़ रुपए के लेवल पर था।

आईडीबीआई बैंक ने बताया कि जून क्वार्टर में उन्होंने ब्याज के तौर पर करीब 3855 करोड़ रुपए का भुगतान किया है जो 1 साल पहले के जून क्वार्टर की तुलना में 12% से अधिक है। उस टाइम बैंक ने करीब 3433 करोड़ रुपए का भुगतान किया था।

आईडीबीआई बैंक के Q1 रिजल्ट के कुछ अन्य आंकड़े–

1– जून क्वार्टर में टोटल डिपाजिट 2,96,868 करोड़ रुपए के लेवल पर रिपोर्ट हुआ है। जो सालाना आधार पर 7% की ग्रोथ की ओर इशारा कर रहा है।

2– जून क्वार्टर में बैंक का नेट एडवांस 9% की सालाना ग्रोथ के साथ 211907 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गया है।
3– बैंक का जून क्वार्टर में ग्रॉस एनपीए 2.93% पर आ गया है जो सालाना आधार पर 9.4 बीपीसी की गिरावट को दर्शा रहा है।
4– नेट एनपीए गिर करके 0.21% पर आ गया है जो सालाना आधार पर 2 बीपीसी की कटौती को दिखा रहा है।
5– CASA रेशों 44.65% पर रिपोर्ट हुआ है
6– जून क्वार्टर में आईडीबीआई बैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना आधार पर 13% की ग्रोथ के साथ 2354 करोड रुपए के लेवल पर रिकॉर्ड हुआ है।
7– जून क्वार्टर में बैंक का टोटल बिजनेस 508775 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। जो 8% की सालाना ग्रोथ को दर्शा रहा है।
IDBI Bank शेयर सोमवार के दिन 1.40% की गिरावट के साथ 97 रुपए के भाव पर कारोबार करके बंद हुआ है।

(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)

Source: Economic Times