HDFC AMC, Nippon इंडिया सहित ये 4 म्यूचुअल फंड स्टॉक दे सकते हैं हाई रिटर्न, सेक्टर पर क्यों बुलिश हैं ब्रोकरेज

Mutual Fund Stocks : म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की तेज ग्रोथ देखते हुए अब एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के स्टॉक पर ब्रोकरेज हाउस बुलिश दिख रहे हैं. ब्रोकरेज हाउस एंटिक ब्रोकिंग का कहना है कि आने वाले सालों में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) में हर साल 15% से ज्यादा और एक्टिव इक्विटी फंड्स में 20% से ज्यादा की ग्रोथ दिख सकती है. इसकी वजह है कि:  

देश की अर्थव्यवस्था और कंपनियों की कमाई में हर साल डबल डिजिट (10% से ऊपर) ग्रोथ की उम्मीद है. 

शेयर बाजार (Stock Market) में उतार-चढ़ाव के बावजूद SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में लगातार पैसा आ रहा है. 

डिजिटल और फिनटेक कंपनियों के जरिए निवेश में तेज बढ़ोतरी हो रही है. 

पैसिव फंड्स (जैसे ETF आदि) में भी तेज और लगातार ग्रोथ है.

शेयरों में बढ़त की पूरी संभावना

ब्रोकरेज के अनुसार इस सेक्टर में रेगुलेटरी संबंधी जोखिम कम हैं, कंपनियों की कमाई तेजी से बढ़ रही है (हर साल 15% से ज्यादा EPS ग्रोथ), कैश फ्लो मजबूत है (मुनाफे का लगभग 100% कैश में आ रहा है) और रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) भी बढ़ रहा है, इसलिए एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMC) के शेयरों में बढ़त की पूरी संभावना है.

Nifty 500 इंडेक्स मार्च 2025 के पहले हफ्ते के निचले स्तर से अब तक लगभग 19% ऊपर आ चुका है, जिससे AMC कंपनियों की तिमाही (QoQ) कमाई में तेज रिकवरी दिख सकती है. 

हमने FY26–28 के लिए जिन AMC कंपनियों का विश्लेषण किया है, उनमें हमारी अनुमानित कमाई बाजार की औसत उम्मीदों से 5–7% ज्यादा है. 

टॉप पिक्स और टारगेट प्राइस

HDFC AMC (HDFC Mutual Fund)

रेटिंग : BUY
TP : 6,000
रिटर्न अनुमान : 17%

Nippon Life India AMC (Nippon India Mutual Fund) 

रेटिंग : BUY
TP : 9,500
रिटर्न अनुमान : 19%

Aditya Birla Sun Life AMC 

रेटिंग : BUY
TP : 900
रिटर्न अनुमान : 10%

UTI AMC 

रेटिंग : BUY
TP : 1,500
रिटर्न अनुमान : 12%

इन कंपनियों की बाजार में हिस्सेदारी स्थिर या बढ़ रही है. फंड प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है और इक्विटी पोर्टफोलियो अच्छी तरह डाइवर्सिफाइड है. हालांकि कॉरपोरेट अर्निंग में सुस्ती और शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव जैसे रिस्क फैक्टर भी हैं. 

MF इंडस्ट्री के लिए अमृतकाल

ब्रोकरेज हाउस एंटिक ब्रोकिंग का कहना है कि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए सच में अमृतकाल है. AMFI-PWC की रिपोर्ट के अनुसार 2047 तक इसमें 19% की सालाना ग्रोथ की उम्मीद है. 

पिछले 10 सालों में भारत की म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने तेज तरक्की की है. मार्च 2025 तक कुल AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) में इसके 10 साल पहले से 5.5 गुना की बढ़त रही है. अभी कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट 75 लाख करोड़ के पार चला गया है. 

इसमें सबसे ज़्यादा बढ़त एक्टिव इक्विटी फंड्स में देखने को मिली है, जो 27% की सालाना दर से बढ़ रहा है. वहीं पैसिव फंड्स (जैसे ETF वगैरह) ने भी तेज ग्रोथ दिखाई है और इसमें 47% की सालाना दर से बढ़त रही. 

निवेश और निवेशकों दोनों में इजाफा

AMFI और PWC की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार आने वाले साल में (2047 तक) यह ग्रोथ जारी रहेगी और AUM फिर से 19% की सालाना दर से बढ़ेगा. AUM का देश की GDP के मुकाबले हिस्सा अभी लगभग 19.9% है, जो बढ़कर 112% तक पहुंच सकता है. 

इस रिपोर्ट में यह भी अनुमान है कि रिटेल निवेशकों (यानी आम लोग जो म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं) की संख्या 5 गुना बढ़कर 5.5 करोड़ से 26.3 करोड़ हो सकती है. इससे रिटेल निवेश में भी काफी बढ़ोतरी होगी, जो अभी 4% से भी कम है, वह बढ़कर 15% तक पहुंच सकता है.

(Disclaimer: स्टॉक में निवेश को लेकर सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)

Source: Financial Express