HDFC AMC : आज एसेट मैनेजमेंट कंपनी का स्टॉक एचडीएफसी एएमसी फोकस में है. ये स्टॉक करीब 2 फीसदी बढ़कर 5,626 रुपये पर पहुंच गया, जो 17 जुलाई को 5,510 रुपये पर बंद हुआ था. कंपनी के तिमाही नतीजे बाजार को पसंद आ गए हैं. कंपनी का नेट प्रॉफिट जून तिमाही में सालाना बेसिस पर 24% बढ़कर 748 करोड़ रुपये हो गया. परिचालन से आने वाला रेवेन्यू 25% बढ़कर 968 करोड़ रुपये हो गया.
वहीं एसेट अंडर मैनेजमेंट भी सालाना बेसिस पर 23% बढ़कर 8.3 लाख करोड़ रुपये हो गया. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओवाल ने एचडीएफसी एएमसी (HDFC Mutual Fund) के स्टॉक पर अपनी BUY रेटिंग बरकरार रखी है और टारगेट प्राइस 6,000 रुपये से बढ़ाकर 6,400 रुपये कर दिया है. यह मार्च 2027 की अनुमानित कमाई (EPS) के 42 गुना (P/E) वैल्यूएशन पर आधारित है.
लंबी अवधि के फंडामेंटल मजबूत
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि HDFC AMC म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में एक मजबूत कंपनी बनी हुई है. इसका कारण है इसकी मजबूत कमाई, लगातार बढ़ता AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट), कम खर्च में काम करने की क्षमता, और रिटेल निवेशकों के बीच मजबूत पकड़. भले ही बाजार में थोड़े समय के उतार-चढ़ाव हों, लेकिन कंपनी की लंबी अवधि के फंडामेंटल बहुत मजबूत हैं.
कंपनी ने बाजार में अपनी स्थिति मजबूत की है, इसके पास डाइवर्सिफाइड प्रोडक्ट्स हैं और यह डिजिटल क्षेत्र में भी आगे बढ़ रही है. जिससे आने वाले समय में कंपनी की ग्रोथ बनी रहेगीऔर निवेशकों को भी बेहतर प्रॉफिट मिल सकता है.
निवेश के लिए डाइवर्सिफाइड प्रोडक्ट्स
HDFC AMC के पास SEBI परमिटेड सभी एसेट क्लासेस में निवेश के लिए डाइवर्सिफाइड प्रोडक्ट्स हैं. यह अपनी मौजूदा स्कीम को और मजबूत करना चाहती है और SEBI से स्पेशियलाइज्ड इन्वेस्टमेंट फंड (SIFs) लॉन्च करने की मंजूरी भी मांगी है, जो इसके निवेश और जोखिम प्रबंधन की क्षमता के अनुरूप है.
ब्रोकरेज ने कंपनी की FY26 और FY27 की अर्निंग के अनुमान 3% तक बढ़ा दिए हैं, क्योंकि Q1 FY26 का प्रदर्शन मजबूत रहा और AUM में स्थिर ग्रोथ देखी गई.
मैनेजमेंट की प्रमुख बातें
कंपनी को डेट से जुड़ी स्कीमों को लेकर अच्छा भविष्य दिख रहा है. इसका कारण है RBI द्वारा ब्याज दरों में कटौती, जिससे फिक्स्ड इनकम निवेश को फायदा मिलेगा. इसी के तहत कंपनी ने AMFI के साथ मिलकर डेट सेगमेंट पर एक जागरूकता अभियान भी शुरू किया है.
HDFC AMC का मार्केट शेयर कुल AUM और इक्विटी AUM दोनों में थोड़ा घटा है, क्योंकि दूसरी डिस्ट्रीब्यूशन चैनल्स में तेजी से ग्रोथ हो रही है. कंपनी ने SEBI से विशेष निवेश फंड (SIFs) लॉन्च करने की अनुमति मांगी है, जो इसके निवेश और जोखिम प्रबंधन की क्षमता के अनुसार है.
किस सेग्मेंट में कितनी बाजार हिस्सेदारी
कंपनी की कुल बाजार हिस्सेदारी सालाना बेसिस पर 11.5% पर स्थिर रही है. लेकिन अगर ETF को छोड़ दें, तो बाजार हिस्सेदारी जून 2024 में 13% से घटकर जून 2025 में 12.8% हो गई. न 2025 तक एक्टिव रूप से मैनेज किए गए फंड्स में बाजार हिस्सेदारी इस तरह रही: इक्विटी में 12.8%, डेब्ट में 13.3% और लिक्विड फंड्स में 12.6%.
इनडिविजुअल इन्वेस्टर्स का मंथली एवरेज AUM 19% बढ़कर 6 लाख करोड़ रुपये गया है, और इसमें कंपनी की हिस्सेदारी 13.1% रही. इससे यह साबित होता है कि HDFC AMC व्यक्तिगत निवेशकों की पसंदीदा कंपनियों में से एक है.
जून 2025 तक, SIP में निवेश किया गया कुल AUM साल दर साल 25% और पिछली तिमाही की तुलना में 14% बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये हो गया है. यह SIP ट्रांजैक्शन की संख्या बढ़कर 1.2 करोड़ होने से संभव हुआ. हालांकि, प्रति SIP औसत रकम (टिकट साइज) 3,700 से घटकर 3,300 रुपये हो गई है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
Source: Financial Express