HDB Financial Services Q1 Result: लिस्टिंग के बाद पहली बार आए तिमाही नतीजे, मुनाफा 2.41% घटकर 567.70 करोड़ रुपये रहा

HDB Financial Services Q1 Results: एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज (HDB Financial Services) ने शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद पहली बार अपने तिमाही नतीजे जारी किए हैं. वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून 2025 के नतीजों में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 2.41% घटकर 567.70 करोड़ रुपये रहा. यह पिछली साल की समान तिमाही में दर्ज किए गए 581.70 करोड़ रुपये से कम है. हालांकि, मार्च 2025 की पिछली तिमाही के मुकाबले मुनाफे में 6.93% की बढ़त दर्ज की गई है. एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक की सब्सिडियरी है और एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) के रूप में काम करती है.

ऑपरेशनल इनकम में बढ़त लेकिन मुनाफा घटा

एचडीबी फाइनेंशियल ने पहली तिमाही में ऑपरेशन से 4,465.40 करोड़ रुपये की आय दर्ज की है. यह सालाना आधार पर 14.99% की बढ़त है. पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह आय 3,883.80 करोड़ रुपये थी. हालांकि ऑपरेशन से होने वाली आय में तेजी के बावजूद कंपनी का नेट प्रॉफिट मार्जिन घटकर 12.72% रह गया है, जो पिछले साल इसी तिमाही में 14.98% था. 

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नेट इंटरेस्ट इनकम 18.3% बढ़ी

कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 18.3% की ग्रोथ के साथ 2,091.8 करोड़ रुपये रही. पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 1,768.2 करोड़ रुपये था. नेट इंटरेस्ट इनकम से कंपनी को ब्याज से हुई कुल आमदनी और ब्याज पर हुए खर्च के बीच का अंतर पता चलता है. इसी दौरान कंपनी के ग्रॉस एनपीए (Gross NPA) 2.56% और नेट एनपीओ (Net NPA) 1.11% रहे. ये आंकड़े संकेत देते हैं कि कुछ लोन खाते अब भी रिस्क वाले दायरे में हैं, लेकिन कुल मिला कर कंपनी की कलेक्शन क्वॉलिटी स्टेबल बनी हुई है.

अलग-अलग बिजनेस सेगमेंट्स का प्रदर्शन

एचडीबी फाइनेंशियल के प्रमुख बिजनेस सेगमेंट्स में से लेंडिंग बिजनेस से पहली तिमाही में 4,161.50 करोड़ रुपये की आय हुई. वहीं, बीपीओ सर्विसेज वर्टिकल से 303.90 करोड़ रुपये का राजस्व आया.

इससे साफ है कि कंपनी का मुख्य फोकस कर्ज देने के कारोबार पर ही बना हुआ है, लेकिन साथ ही बीपीओ सर्विसेज से इनकम बढ़ाने की कोशिश भी जारी है.

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IPO में मिला था अच्छा रिस्पॉन्स

इस तिमाही रिपोर्ट की खास बात यह है कि यह एचडीबी फाइनेंशियल के शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद पहली कमाई रिपोर्ट है. कंपनी ने इसी महीने शेयर बाजार में 835 रुपये के भाव पर डेब्यू किया था, जो कि 740 रुपये के इश्यू प्राइस से 13% ज्यादा था.

12,500 करोड़ रुपये के इस IPO में 2,500 करोड़ का फ्रेश इश्यू और 10,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल शामिल था. इस इश्यू को 17.65 गुना सब्सक्राइब किया गया था, और इसे 1.61 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बोलियां मिलीं, जिससे निवेशकों के मजबूत भरोसे का पता चलता है.

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AUM और लोन में डबल डिजिट ग्रोथ

30 जून 2025 तक कंपनी का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 1,09,690 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 14.7% अधिक है. वहीं ग्रॉस लोन बुक 1,09,342 करोड़ रुपये की रही, जो सालाना आधार पर 14.3% की ग्रोथ दिखाती है. इससे साफ है कि कंपनी का कर्ज देने का कारोबार लगातार बढ़ रहा है और कस्टमर बेस भी मजबूत हो रहा है.

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डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और कस्टमर ग्रोथ

एचडीबी फाइनेंशियल का डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क देश के 1,166 शहरों और कस्बों की 1,771 ब्रांच तक फैला है. कंपनी के लेंडिंग बिजनेस से जुड़े कर्मचारियों की संख्या 60,719 है. कंपनी के तीन मुख्य बिजनेस वर्टिकल हैं – पहला, एंटरप्राइज लेंडिंग, जिसके तहत छोटे और मीडियम बिजनेस को कर्ज दिए जाते हैं. दूसरा, एसेट फाइनेंस (कमर्शियल व्हीकल, कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट, ट्रैक्टर फाइनेंसिंग) और तीसरा, कंज्यूमर फाइनेंस (ऑटो, टू-व्हीलर और अन्य कंजम्पशन लोन). कंपनी का कस्टमर बेस भी तिमाही के दौरान 5% बढ़कर 2.01 करोड़ तक पहुंच गया, जो सालाना आधार पर 20.4% की मजबूती दिखाता है.

 

Source: Financial Express