GST Reforms 2.0: केंद्र सरकार ने अमेरिका के टैरिफ का जवाब देने की तैयारी कर ली है। इसके लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में बड़ा बदलाव करने की तैयारी है। इसे ‘जीएसटी 2.0 या नेक्स्ट जेन जीएसटी’ नाम दिया गया है। इसका ऐलान शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से किया। उन्होंने इसे दिवाली गिफ्ट कहा। यानी सितंबर में GST बैठक करके सरकार कई बदलाव कर सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के GST रिफॉर्म से भारतीय बाजार में कई सेक्टरों को फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
ऑटोमोबाइल, उपभोक्ता ड्यूरेबल्स, सीमेंट, बैंकिंग, टेलीकॉम, ई-कॉमर्स और कृषि जैसे क्षेत्रों में कंपनियों के शेयरों में तेजी आने की संभावना है। खासकर Maruti Suzuki, HUL, ICICI Bank, Reliance Industries, D-Mart और Ultratech Cement जैसी कंपनियों के शेयरों में निवेशकों को लाभ मिल सकता है।
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, GST में अब सिर्फ दो मुख्य दर 5% और 18% होंगे। 12% और 28% वाले स्लैब खत्म हों सकते हैं। 12% वाले 99% आइटम 5% में आ जाएंगे। 28% वाले करीब 90% प्रोडक्ट अब 18% स्लैब में आ जाएंगे। ज्यादातर सभी सर्विसेज पर 18% GST लगता रहेगा। तंबाकू, गुटखा और सिगरेट की दरों कोई बदलाव नहीं होगा।
घरेलू बजट में मिलेगी राहत
सरकार के इस रिफॉर्म से रिटेल कीमतों में 4-5 फीसदी तक गिरावट आ सकती है। इससे घरेलू बजट में राहत मिलेगी इसके साथ बी खपत को बढ़ावा मिलेगा। ऑटो सेक्टर को सबसे ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में जेफरीज के हवाले से कहा गया है कि सरकार के इस कदम से दोपहिया वाहनों, छोटी कारों और कमर्शियल वाहनों के सेक्टर को बड़ा फायदा मिल सकता है इसकी वजह ये है कि जीएसटी दरें 28% से घटकर 18% हो सकती हैं – जो कि 10 फीसदी की बड़ी कटौती होने वाली है। बजाज, हीरो, टीवीएस और आयशर जैसी कंपनियों को कटौती का फायदा मिल सकता है।
ऑटोमोबाइल को फायदा
ऑटोमोबाइल सेक्टर के शेयरों में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। यात्री वाहनों में सबसे ज्यादा मारुति को फायदा मिल सकता है। छोटी कारों में मौजूदा समय ें 29-31 फीसदी टैक्स लगता है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि हाइब्रिड वाहनों पर कटौती से भी मारुति को फायदा मिलेगा। कमर्शियल वाहनों में टाटा मोटर्स और आयशर के शेयरों में तेजी आ सकती है। वहीं ट्रैक्टर बनाने वाली कंपनी महिंद्रा और एस्कॉर्ट्स को फायदा मिल सकता है।
सीमेंट शेयरों में तेजी के आसार
जीएसटी घटने की उम्मीद से सीमेंट शेयरों में भी तेजी के आसार है। सीमेंट पर GST दर 28% से घटकर 18% होगी। इसका फायदा AMBUJA CEM, ULTRATECH CEM, JSW CEMENT, ACC, SHREE CEM और DALMIA सीमेंट को मिल सकता है। सीमेट के दाम घटने से रियल एस्टेट डेवलपर्स का मुनाफा बढ़ सकता है।
रिटेल शेयरों पर बढ़ेगा फोकस
फूड, ग्रॉसरी और ड्राई फ्रूट्स पर टैक्स कम होगा। इसका फायदा DMART, RIL RETAIL और VISHAL MEGAMART को मिलेगा।
कंज्यूमर और ड्यूरेबल्स
एयर कंडीशनर के दाम में सबसे ज्यादा गिरावट आ सकती है। एसी को 28 फीसदी के स्लैब से हटाकर 18 फीसदी में किया जा सकता है। इससे एसी के दाम घट सकते हैं। इससे वोल्टास, ब्लू स्टार और एम्बर के शेयरों में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। वही Whirlpool India, हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever – HUL), डाबर इंडिया (Dabur India), इमामी (mami), आईटीसी (ITC), वरुण बेवरेजेज (Varun Beverages), पतजलि फूड्स (Patanjali Foods) की चांदी हो सकती है। बहुत से उत्पाद 12 फीसदी में है। ये सभी 5 फीसदी के टैक्स स्लैब में आ सकते हैं।
बैंकिंग और फाइनेंशियल
बढती मांग और खपत बढ़ने से बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में तेजी आ सकती है। इसमें ICICI बैंक, HDFC बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank), एक्सिस बैंक (Axis Bank), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India – SBI), बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance), HDFC Ltd के शेयरों में तेजी आ सकती है।
मेडिकल इंश्योरेंस पर फोकस
GST को घटने की खबर का फायदा मेडिकल इंश्योरेंस शेयरों को भी मिलेगा। मेडिकल इंश्योरेंस पर 0-5 फीसदी GST लगेगा। इस खबर के चलते STAR HEALTH, ICICI LOMBARD, NIVA BUPA और GO DIGIT में तेजी मुमकिन है।
टेलीकॉम सेक्टर
भारती एयरटेल (Bharti Airtel), रिलायंस जियो (Reliance Jio – Reliance Industries), वोडाफोन आइडिया ( Vodafone Idea) के शेयरों में तेजी आ सकती है।
ऊर्जा और गैस
NTPC, पावर ग्रिड (Power Grid), अडानी ग्रीन (Adani Green), ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (Oil and Natural Gas Corporation – ONGC), को फायदा मिल सकता है।
कृषि
जीएसटी दर में कटौती से Nestle India, Marico, Godrej Agrovet के शेयरों में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है।
छोटे कारोबारियों को भी मौका
GST रिफॉर्म का सबसे बड़ा फायदा छोटे कारोबारियों को भी हो सकता है, क्योंकि अब छोटे व्यवसायों को टैक्स सिस्टम में आसानी से शामिल किया जा सकेगा। इससे व्यवसायी टैक्स की जटिलताओं से बचने के साथ साथ अपने मुनाफे को बढ़ा सकेंगे। ऐसे में टियर 2 और टियरर 3 शहरों में स्थित कंपनियां भी तेजी से बढ़ सकती हैं, जिनका कारोबार कम लागत पर होता है।
डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए विचार और सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों, विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि मिंट के। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच करें।
Source: Mint