Gift Nifty में मामूली गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी पर इन फैक्टर्स का दिखेगा असर

Stock Market Outlook: शेयर बाजार सोमवार को लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ। यह गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से यूरोपीय संघ और मैक्सिको पर 30 प्रतिशत टैरिफ लगाने के ऐलान के बाद और कमजोर वैश्विक संकेतों की वजह से दर्ज की गई। बीते कल सेंसेक्स 247.01 अंक या 0.29% की गिरावट के साथ 82,253.46 के लेवल पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 67.55 अंक या 0.27% गिरावट के साथ 25,082.30 के लेवल पर बंद हुआ। जानकारों का कहना है कि बाजार में कंसोलिडेशन फेज जारी रहेगा। इसके अलावा, निवेशक भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर अपडेट का इंतजार करेंगे। वहीं, वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही के रिजल्ट्स के आधार पर स्टॉक स्पेसफिक एक्शन देखा जा सकता है।

गिफ्ट में मामूली गिरावट

मंगलवार को निफ्ट निफ्टी मामूली गिरावट के साथ कामकाज कर रहा था। आज सुबह NSE IX पर गिफ्ट निफ्टी 25.5 अंकों की गिरावट के साथ 25,148 के लेवल पर कामकाज कर रहा था। ऐसे में आज भी दलाल स्ट्रीट पर निगेटिव ओपनिंग की संभावना है।

अमेरिकी बाजार में मामूली बढ़त

अमेरिकी बाजार की बात करें तो, सोमवार को वाल स्ट्रीट स्टॉक्स मामूली बढ़ोतरी के साथ बंद हुए। Dow Jones 88.14 अंक या 0.20% की बढ़ोतरी के साथ 44,459.65 के लेवल पर बंद हुआ, जबकि S&P 500 इंडेक्स 8.81 अंक या 0.14% मजबूत होकर 6,268.56 के स्तर पर बंद हुआ। इसके अलावा, नैस्डैक 54.80 अंक या 0.27% चढ़कर 20,640.33 के लेवल पर बंद हुआ।

बता दें कि सोमवार को ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 50 दिनों के भीतर यूक्रेन पर हमला बंद करने के लिए कोई डील नहीं करते हैं, तो वे रूस के साथ ट्रेड करने वाले देशों पर करीब 100% का “सेकेंड्री टैरिफ” लगा देंगे।

ट्रंप ने सेकेंड्री टैरिफ की दी धमकी

बता दें कि सोमवार को ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 50 दिनों के भीतर यूक्रेन पर हमला बंद करने के लिए कोई डील नहीं करते हैं, तो वे रूस के साथ ट्रेड करने वाले देशों पर करीब 100% का “सेकेंड्री टैरिफ” लगा देंगे।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि मिंट के। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच करें।

Source: Mint