ये सिर्फ बड़ी कमाई की कहानी नहीं है, बल्कि ये बताता है कि भारत की कंपनियां अब लगातार मुनाफा कमा रही हैं और शेयरहोल्डर्स को खुले दिल से उसका हिस्सा दे रही हैं. टेक, टेलिकॉम, मेटल्स और फार्मा जैसे कई सेक्टरों में डिविडेंड इनकम में जबरदस्त उछाल देखा गया है.
FY25 में शिव नाडार को डिविडेंड से ₹9,902 करोड़ की कमाई, सबसे आगे रहे
HCL टेक्नोलॉजीज के फाउंडर और अरबपति शिव नाडार ने FY25 में डिविडेंड के रूप में करीब ₹9,902 करोड़ कमाए. यह किसी भी प्रोमोटर ग्रुप द्वारा कमाया गया सबसे बड़ा डिविडेंड है. HCL ने अपने शेयर होल्डर्स को प्रति शेयर ₹60 का डिविडेंड दिया, जिसके तहत कुल ₹16,290 करोड़ बांटे गए. चूंकि नाडार फैमिली के पास कंपनी के 60.81% शेयर हैं, इसलिए उन्हें सबसे ज्यादा हिस्सा मिला.
शिव नाडार की कुल संपत्ति 37.3 बिलियन डॉलर (करीब ₹3 लाख करोड़) है, और वे भारत के तीसरे सबसे अमीर शख्स हैं. दुनिया की अमीरों की लिस्ट (ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स) में वे 50वें स्थान पर है. उनके बाद इस लिस्ट में वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल आते हैं, जिनके फैमिली को डिविडेंड से ₹9,591 करोड़ की कमाई हुई. वेदांता ने FY25 में कुल ₹17,009 करोड़ का डिविडेंड दिया. हालांकि, इतनी बड़ी रकम लगातार डिविडेंड में बांटने को लेकर कुछ एक्सपर्ट्स सवाल उठा रहे हैं. Viceroy नाम की एक शॉर्ट-सेलिंग फर्म ने वेदांता की डिविडेंड नीति को लेकर चिंता जताई है. अनिल अग्रवाल का परिवार कंपनी में 56.38% हिस्सेदारी रखता है, जो उन्होंने अलग-अलग निजी कंपनियों के जरिए रखी हुई है.
FY25 में डिविडेंड से अरबपतियों की बड़ी कमाई, अजीम प्रेमजी से लेकर अंबानी-अडानी तक
साल 2025 (FY25) में कई बड़े भारतीय उद्योगपतियों ने शेयर बेचकर या नया बिजनेस शुरू करके नहीं, बल्कि अपनी कंपनियों से मिले डिविडेंड यानी मुनाफे में हिस्से से मोटी कमाई की है. Wipro के फाउंडर और परोपकारी अरबपति अजीम प्रेमजी ने FY25 में डिविडेंड से ₹4,570 करोड़ की कमाई की. प्रेमजी परिवार के पास कंपनी की 72.66% हिस्सेदारी है. Wipro ने इस साल ₹6 प्रति शेयर का डिविडेंड दिया. वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज से अंबानी परिवार को ₹3,655 करोड़ का डिविडेंड मिला. FY25 में कंपनी ने कुल ₹7,443 करोड़ का डिविडेंड दिया और अंबानी फैमिली की 50.11% हिस्सेदारी है, जो सीधे और होल्डिंग कंपनियों के जरिए है. इस साल प्रति शेयर ₹5.50 का डिविडेंड मिला.
Infosys के प्रोमोटर ग्रुप, जिसमें नारायण मूर्ति, नंदन नीलेकणी, एस.डी. शिबुलाल, एस. गोपालकृष्णन और के. दिनेश शामिल हैं – इस सभी को मिलाकर ₹2,331 करोड़ का डिविडेंड मिला. ग्रुप की कंपनी में 14.6% हिस्सेदारी है और FY25 में Infosys ने ₹43 प्रति शेयर के हिसाब से ₹17,854 करोड़ का डिविडेंड दिया. टेलीकॉम सेक्टर में सुनील भारती मित्तल और उनका परिवार, जो भारती एयरटेल के प्रमोटर हैं, उन्हें ₹2,357 करोड़ का डिविडेंड मिला. कंपनी ने ₹16 प्रति शेयर डिविडेंड की घोषणा की थी.
फार्मा सेक्टर के जाने-माने अरबपति दिलीप सांघवी को Sun Pharma से ₹2,091 करोड़ की डिविडेंड आय हुई. कंपनी ने ₹3,839 करोड़ का कुल डिविडेंड घोषित किया था, जिसमें प्रोमोटर ग्रुप की हिस्सेदारी 54.48% है. अडानी ग्रुप के गौतम अडानी और उनके परिवार को FY25 में ₹1,460 करोड़ का डिविडेंड मिला. इसमें सबसे बड़ा हिस्सा Adani Ports & SEZ से आया (₹996 करोड़), बाकी की राशि अंबुजा सीमेंट्स, अडानी एंटरप्राइज़ज, अडानी टोटल गैस और ACC जैसी कंपनियों से मिली. बजाज ग्रुप के प्रमोटरों ने भी लगभग ₹1,645 करोड़ का डिविडेंड कमाया. सबसे ज़्यादा योगदान बजाज ऑटो का रहा, जिसने ₹210 प्रति शेयर का शानदार डिविडेंड दिया. इसके अलावा ग्रुप की अन्य लिस्टेड कंपनियां, जैसे- Bajaj Holdings & Investments, Bajaj Finserv, Bajaj Electricals, Mukand और Bajaj Finance ने भी फायदा पहुंचाया.
डिविडेंड कमाई में इस साल एक चौंकाने वाला नाम M A Moopen का रहा, जो Aster DM Healthcare के प्रमोटर हैं. उन्होंने FY25 में ₹2,469 करोड़ की डिविडेंड आय दर्ज की. उनके पास कंपनी की 41.89% हिस्सेदारी है और कंपनी ने ₹118 प्रति शेयर डिविडेंड दिया, जिससे यह हेल्थकेयर सेक्टर की सबसे उदार कंपनियों में से एक बन गई.
Source: Economic Times