FPI Selling: अगस्त में अब तक निकाले ₹22000 करोड़- FPIs भारत छोड़कर कहां पैसा लगा रहे?

भारतीय शेयर बाजार में अगस्त में लगातार दूसरे महीने विदेशी निवेशकों (FPIs) के बिकवाली जारी रही.  गुरुवार के आंकड़े आने अभी बाकी हैं लेकिन अगस्त में विदेशी निवेशकों ने अब तक 22000 करोड़ रुपये की बिकवाली की है. भारतीय बाजार से विदेशी निवेशकों की बिकवाली का प्रमुख कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय इंपोर्ट पर 50 फीसदी टैरिफ और जून तिमाही में कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजे रहे. एक्सपर्ट का कहना है कि यही कारण हैं कि विदेशी निवेशक अन्य उभरते बाजारों की ओर रुख कर रहे हैं. हालांकि गुरुवार को भारतीय शेयय बाजार की फ्लैट क्लोजिंग हुआ. निफ्टी 12 प्वाइंट चढ़कर 24631 और सेंसेक्स 58 प्वाइंट चढ़कर 80598 पर बंद हुए.

एक रिपोर्ट के अनुसार बैंक ऑफ अमेरिका के एक सर्वे के अनुसार 30 फीसदी ग्लोबल फंड मैनेजरों ने कहा कि वे भारत पर अंडरवेट हैं, इसके बाद थाईलैंड के लिए 20 फीसदी और मलेशिया के लिए 10 फीसदी है. जापान टॉप पसंद के रूप में उभरा जबकि चीन दूसरे स्थान पर रहा. इससे पहले मई में ब्लूमबर्ग ने कहा था कि भारत ने जापान को पछाड़कर सबसे पसंदीदा बाजार के रूप में जगह बना ली है.

अगस्त में बिकवाली 22000 करोड़ रुपये के पार

बुधवार के ट्रेडिंग सेशन के दौरान विदेशी निवेशकों (FPIs) ने भारतीय शेयर बाजार से 3644 करोड़ रुपये बिकवाली की थी, जिससे अगस्त में अब तक उनकी कुल बिकवाली 22264 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. यह जुलाई में 47666 करोड़ रुपये की बिकवाली के बाद आया है, जिससे 2025 में अब तक विदेशी निवेशकों की कुल बिकवाली 1.92 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है.
विदेशी निवेशक घरेलू टेक शेयरों में भारी बिकवाली कर रहे हैं, क्योंकि सिर्फ जुलाई में ही उन्होंने 20000 करोड़ रुपये की होल्डिंग्स निकालीं. कमजोर नतीजे और डिमांड के कमजोर आउटकुल ने उनके सेंटिमेंट को प्रभावित किया है. कमजोर घरेलू फैक्टर्स के अलावा मजबूत होता अमेरिकी डॉलर और ऊंची यूएस बॉन्ड यील्ड ₹5.2 ट्रिलियन की इक्विटी मार्केट पर दबाव बढ़ा रहे हैं, जिससे पिछले डेढ़ महीने में भारत अपने एशियाई साथियों की तुलना में कमजोर प्रदर्शन कर रहा है.
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Source: CNBC