Market Today : 4 जुलाई के रेंजबाउंड कारोबारी सत्र में बेंचमार्क निफ्टी के 25,450 के आसपास रहने के बाद बढ़त के साथ बंद हुआ। मेटल को छोड़कर सभी सेक्टरों में खरीदारी देखने को मिली। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 193.42 अंक या 0.23 फीसदी बढ़कर 83,432.89 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 55.7 अंक या 0.22 फीसदी बढ़कर 25,461 पर बंद हुआ। मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स ने बेंचमार्क इंडेक्सों की तुलना में कमजोर प्रदर्शन किया और सपाट स्तर पर बंद हुए। वीकली बेसिस पर देखें तो बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी में 0.7 फीसदी की गिरावट आई।
ऑटो, टेलीकॉम, मेटल को छोड़कर दूसरे सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान पर बंद हुए। बैंक, फार्मा, तेल और गैस, आईटी, रियल्टी और मीडिया में 0.4-1 फीसदी की बढ़त हुई। बजाज फाइनेंस, इंफोसिस, डॉ रेड्डीज लैब्स, आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएल निफ्टी के टॉप गेनर रहे। जबकि ट्रेंट, टाटा स्टील, आयशर मोटर्स, टेक महिंद्रा और इंडसइंड बैंक निफ्टी के टॉप लूजर रहे।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि निफ्टी का डेली चार्ट हैमर पैटर्न के फॉर्मेशन को दर्शाता है, जिसे आम तौर पर तेजी बुलिश रिवर्सल का संकेत माना जाता है। निफ्टी के लिए अहम सपोर्ट 25,300 पर है। जब तक इंडेक्स इस स्तर से ऊपर बना रहता है, तेजी की भावना बनी रहने की उम्मीद है, जिसमें तेजी से उछाल की संभावना है।
उच्च स्तर पर, सूचकांक निकट अवधि में 25,800-26,100 की ओर बढ़ सकता है। निफ्टी के लिए तत्काल रेजिस्टेंस 25,500 पर दिख रहा है। इस स्तर से ऊपर ब्रेकआउट मिलने पर तेजी में इजाफा हो सकता है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के एसवीपी, रिसर्च अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजार में आज भी वोलैटिलिटी रही और आज यह सपाट नोट पर बंद हुआ। कारोबारी सत्र के पहले आधे हिस्से में माहौल निगेटिव था। हालांकि, दिन बढ़ने के साथ ही हैवीवेट शेयरों में अच्छी रिकवरी ने नुकसान की भरपाई कर दी, जिससे इंडेक्स दिन के उच्चतम स्तर 25,461 के करीब बंद हुआ। रियल्टी, आईटी और फार्मा के साथ सभी सेक्टरों में मिलाजुला रुझान बना रहा। जबकि मेटलऔर ऑटो लाल निशान पर बंद हुए।
टैरिफ की समय-सीमा के निकट आने के साथ ही सभी की निगाहें अमेरिका-भारत व्यापार समझौते पर टिकी हुई हैं। बाजार को अनुकूल नतीजों की उम्मीद है, जो बाजार में अगले चरण की तेजी के लिए जरूरी ट्रिगर का काम कर सकता है। ऐसे में जब तक निफ्टी निर्णायक रूप से 25,200 के स्तर से नीचे नहीं आ जाता, तब तक “गिरावट पर खरीद” की रणनीति पर कायम रहते हुए चुनिंदा शेयरों पर फोकस करें। हाल के बेहतर प्रदर्शन के बावजूद, मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स अभी भी अच्छी स्थिति में हैं। हालांकि ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली की संभावना को देखते हुए, सतर्क रहना चाहिए।
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Source: MoneyControl