यह मार्केट कैप Eternal को निफ्टी 50 के कई बड़ी कंपनियों से भी अधिक वैल्यूएशन वाला बना देता है. इस सूची में विप्रो, टाटा मोटर्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, नेस्ले इंडिया, कोल इंडिया, बजाज ऑटो, एशियन पेंट्स, आईशर मोटर्स, टेक महिंद्रा और सिप्ला जैसे दिग्गज शामिल हैं.
Eternal लिमिटेड, जो फूड डिलीवरी एग्रीगेटर जूमेटो की पैरेंट कंपनी है. इसने जून तिमाही के नतीजों के बाद मजबूत कमेंट्री दी है. इसमें क्विक-कॉमर्स बिजनेस के नुकसान में कमी आई है और कमाई में भी पिछले साल के समान तिमाही की तुलना में भारी इजाफा दर्ज हुआ है. खासतौर पर Eternal की क्विक-कॉमर्स यूनिट ब्लिंकिट ने पहली बार जूमेटो के नेट ऑर्डर वैल्यू को पार किया है, जिसमें साल-दर-साल 127% का इजाफा हुआ है.
क्या है प्राइज टारगेट
ब्रोकरेज फर्मों ने भी Eternal के स्टॉक को अपग्रेड करते हुए इसका प्राइस टारगेट बढ़ा दिया है. जेफरीज का अनुमान है कि शेयर ₹400 तक पहुंच सकता है, जो कि अब तक का सबसे अधिक टारगेट है. Eternal की इस तेजी का असर इन्फो एज इंडिया पर भी पड़ा है, जिसने कंपनी में 12.38% हिस्सेदारी रखी है, जिसका मूल्य अब ₹40,000 करोड़ के करीब पहुंच गया है.
यह इन्फो एज की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन का लगभग एक तिहाई से ज्यादा है, जो वर्तमान बाजार भाव पर ₹94,000 करोड़ से ऊपर है. हालांकि मंगलवार को Eternal के शेयर रिकॉर्ड ऊंचाई से थोड़े नीचे आकर ₹299.1 पर बंद हुए, लेकिन यह फिर भी 2025 में 41% की जबरदस्त बढ़ोतरी को दर्शाता है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, Eternal का मज़बूत प्रदर्शन और क्विक-कॉमर्स में बढ़ती पकड़ इसे भारतीय शेयर बाजार में एक प्रमुख और तेज़ी से बढ़ते खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर रही है. निवेशक और बाजार एनालिस्ट्स इस स्टॉक की ओर बढ़ती रुचि दिखा रहे हैं.
Source: CNBC