Asian Stock Market: चीन और साउथ कोरिया के शेयर बाजार में तेज गिरावट- भारत में क्या होगा आज

अमेरिका में बेहतर-than-expected नौकरियों के आंकड़े आने के बाद वॉल स्ट्रीट में जबरदस्त तेजी देखने को मिली, लेकिन एशिया-प्रशांत बाजार शुक्रवार को मिलाजुला रुख दिखा रहे हैं. निवेशकों को अमेरिकी अर्थव्यवस्था की रफ्तार को लेकर कुछ राहत जरूर मिली है, लेकिन चीन और कोरिया जैसे बाजारों में दबाव बना रहा.

प्राइम सिक्योरिटीज के एमडी एन जयकुमार के मुताबिक पिछले कुछ महीनों के प्रदर्शन को देखें तो दुनिया भर से आ रही नकारात्मक खबरों के बीच बाजार न केवल अपने निचले स्तरों के बचा रहा है साथ ऊपर की तरफ नए स्तर ही हासिल कर रहा है. उनके मुताबिक बाजार फिलहाल टैरिफ डील और उसकी शर्तों को लेकर तस्वीर साफ होने का इंतजार कर रहा है. इसके अलावा लोकल फ्लो से लेकर करंसी मार्केट के संकेत भारत और भारतीय एसेट्स के लिए सकारात्मक बने हुए हैं. उनके मुताबिक निजी क्षेत्र के छोटे प्राइवेट बैंक में आगे ग्रोथ के मौके बने हुए हैं. इसके साथ ही उन्होने टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर स्पेस में भी नजर रखने की सलाह दी है.
जापान और ऑस्ट्रेलिया में हल्की बढ़त

जापान का Nikkei 225 इंडेक्स 0.23% चढ़ा और broader Topix में भी 0.17% की तेजी रही.
ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 0.20% चढ़कर 8,612.80 पर बंद हुआ.
चीन और दक्षिण कोरिया में गिरावट
दक्षिण कोरिया का Kospi इंडेक्स 1.09% टूटा, जबकि Kosdaq 1.51% गिर गया.हांगकांग का Hang Seng Index 1.43% गिरकर 23,732.31 पर पहुंचा.चीन का CSI 300 और शंघाई कंपोजिट शुरुआती कारोबार में मामूली कमजोरी के साथ खुले. CSI 300 में 0.11% की गिरावट और शंघाई में हल्की तेजी रही (0.07%).

अमेरिकी बाजारों में शानदार तेजी
गुरुवार को अमेरिका में जारी जॉब डेटा उम्मीद से बेहतर रहा. इससे निवेशकों को अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका से राहत मिली और प्रमुख इंडेक्स रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए.
Dow Jones 344 अंकों की तेजी के साथ 44,828.53 पर बंद हुआ.
S&P 500 में 0.83% की तेजी रही और यह 6,279.35 पर बंद हुआ.
Nasdaq 1.02% चढ़कर 20,601.10 के नए रिकॉर्ड पर बंद हुआ.
ध्यान देने वाली बात ये है कि शुक्रवार को अमेरिका में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) की छुट्टी के कारण बाजार बंद रहेंगे.
क्या मतलब है निवेशकों के लिए-अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मजबूती का संकेत दुनियाभर के बाजारों के लिए सकारात्मक है.लेकिन एशिया में अभी भी चीन और कोरिया की सुस्ती निवेशकों को सतर्क रखे हुए है.निवेशकों को यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को लेकर क्या रुख अपनाता है.

Source: CNBC