रिकॉर्ड डेट क्या
बोनस पाने के लिए जरूरी था कि आपके पास 16 जुलाई की रिकॉर्ड डेट से पहले, यानी मंगलवार रात तक शेयर मौजूद हों.Ashok Leyland ने करीब 14 साल बाद बोनस इश्यू किया है. पिछली बार बोनस 2011 में दिया गया था.
शेयरहोल्डर्स की प्रोफाइल-
मार्च 2025 तक कंपनी के पास 14.2 लाख छोटे रिटेल निवेशक थे.ये निवेशक कुल शेयरधारिता का 9.38% हिस्सेदार थे.
पिछले एक महीने में इसमें 6.5% की तेजी देखी गई है.पूरे साल की बात करें तो YTD में 12.6% रिटर्न मिल चुका है.बोनस शेयर मिलने से आपकी होल्डिंग की संख्या दोगुनी हो जाती है, जिससे लॉन्ग टर्म में डिविडेंड और वैल्यू ग्रोथ के अवसर बढ़ते हैं.हालांकि शेयर की कीमत तुरंत गिरती है, लेकिन आपकी कुल वैल्यू समान रहती है.
जिनके पास पहले से शेयर हैं, उन्हें ऑटोमैटिक बोनस मिल जाएगा, कोई एक्शन नहीं लेना है.नए निवेशक ध्यान रखें कि आज से शेयर बोनस के बाद की कीमत पर ट्रेड हो रहा है. यानी जो भाव दिख रहा है, वह पहले से आधा है.
Ashok Leyland का यह बोनस इश्यू रिटेल निवेशकों के लिए एक अच्छा संकेत है. इससे कंपनी का शेयर लिक्विड और रिटेल फ्रेंडली बनता है. अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो बोनस के बाद की गिरावट को एक एंट्री पॉइंट भी मान सकते हैं — लेकिन निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल और इंडस्ट्री आउटलुक जरूर देखें.
Source: CNBC