AGM से पहले मुकेश अंबानी खेला दांव, 2030 के लिए बनाया ये प्लान, 44 लाख शेयरधारकों की होगी मौज

Mukesh Ambani Mega Plan For RIL: देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन मुकेश अंबानी ने एक बार फिर बड़ा दांव खेला है। उन्होंने ऐलान किया है कि उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) अपने साइज को साल 2030 तक डबल कर लेगी। मुकेश अंबानी की घोषणा RIL के 44 लाख से अधिक शेयरधारकों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। दरअसल, कंपनी के साइज का डबल होने का मतलब है कि निवेशकों को उनके निवेश पर मोटा रिटर्न मिल सकता है। हालांकि, साल 2024 में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, लेकिन इस साल अब तक शेयरों में 16 प्रतिशत की अच्छी बढ़त हासिल कर ली है।

Jio की चमक से बढ़ेगी कमाई

रिलायंस इंडस्ट्रीज इसी महीने की 29 तारीख को एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) करने वाली है। इसमें मुकेश अंबानी अन्य बड़े फैसले भी ले सकते हैं, जिनका असर शेयरों पर देखने को मिल सकता है। रिलायंस का मुनाफा डबल करने की योजना में सबसे महत्वपूर्ण रोल जियो और रिलायंस रिटेल का होगा। देश के सबसे बड़े वायरलेस यूजर वाली टेलीकॉम कंपनी जियो दुनिया में धमाल मचा रही है। इसने दो दिन पहले यानी सोमवार को अपने 249 रुपये वाले इंट्री लेवल प्लान को बंद कर दिया है, जिसके बाद इसका 28 दिनों की वैधता के लिए सबसे सस्ता रिचार्ज 299 रुपये है। कंपनी के इस कदम से कमाई में अच्छी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।

रिलायंस रिटेल की भी अहम भूमिका

वहीं, दूसरी ओर, देश का सबसे बड़ा रिटेल नेटवर्क रिलायंस रिटेल भी तेजी से आगे बढ़ रही है। इसमें 19,000 से अधिक स्टोर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म शामिल हैं। CLSA जैसे बड़े ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि रिलायंस के शेयर अभी किफायती हैं और अगले कुछ महीनों में इनका भाव 1650 रुपये तक जा सकता है। रिलायंस रिटेल और जियो के मुनाफे अगले तीन-चार साल में डबल हो सकते हैं, जो निवेशकों के लिए गुड न्यूज है।

AI और ग्रीन एनर्जी में भी तेजी पैर पसार रही कंपनी

इन सबके इतर रिलायंस ग्रुप ग्रीन एनर्जी और सोलर और बैटरी प्रोडक्शन में भी तेजी से कदम रख रहा है। गुजरात के जामनगर में दुनिया का सबसे बड़ा इंट्रीग्रेटेड रिन्युएबल एनर्जी सेंटर डायरेक्टेड धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा है। साल 2026 तक कंपनी 10 गीगावाट सोलर एनर्जी प्रोडक्शन की कैपिसिटी हासिल करने की दिशा में बढ़ रही है।इसके अलावा, जामनगर में ही एक गीगावाट-स्केल AI डेटा सेंटर भी बन रहा है, जो ग्रीन एनर्जी से चलेगा। इससे कंपनी की एनर्जी कास्ट में 25 प्रतिशत तक की बचत होगी। कंपनी के ये कदम अगले 5 साल में कमाई दोगुना करने में अहम भूमिका निभाएंगे।

डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए विचार और सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों, विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि मिंट के। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच करें।

Source: Mint