Adani Ports Q1 Results: गौतम अडानी की कंपनी अडानी पोर्ट्स का मुनाफा 6% से बढ़ा, रेवेन्यू में 31% की तेजी लेकिन शेयर गिरा

नई दिल्ली: गौतम अडानी की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड जिसे हम आमतौर पर अडानी पोर्ट्स के नाम से ही पुकारते हैं। उसने मंगलवार के दिन फाइनेंशियल ईयर 2026 का जून क्वार्टर रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार के जून क्वार्टर में अडानी पोर्ट्स का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 6.5% की मामूली तेजी के साथ 3314.59 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गया है। साल भर पहले के जून क्वार्टर में Adani Ports and Special Economic Zone Ltd का नेट प्रॉफिट 3112.83 करोड़ रूपए के लेवल पर था।

वहीं अडानी पोर्ट्स ने जानकारी दी थी इस बार के जून क्वार्टर में उनका रेवेन्यू सालाना आधार पर 31.2 फ़ीसदी से बढ़कर के 9126.14 करोड़ रूपए के लेवल पर पहुंच गया है जो 1 वर्ष पहले के जून क्वार्टर में 6956.32 करोड़ रुपए के लेवल पर था।
अडानी पोर्ट्स कंपनी का जून क्वार्टर का रिजल्ट मंगलवार के चलते कारोबारी सत्र के बीच में आया है जिस वजह से इसका असर अडानी पोर्ट्स के शेयरों पर भी देखने को मिल रहा है। दोपहर के 2:06 बजे अडानी पोर्ट्स का शेयर 1.28 % गिरावट के साथ 1370 रुपए के लेवल पर कारोबार कर रहा है। बीते सोमवार को शेयर 1888 रुपए के लेवल पर बंद हुआ था।

अडानी पोर्ट्स का जून क्वार्टर में Ebitda 5495 करोड़ रुपए के लेवल पर रिपोर्ट हुआ है जो सालाना आधार पर 13% की ग्रोथ को दर्शा रहा है 1 वर्ष पहले के जून क्वार्टर में कंपनी का Ebitda 4848 करोड़ रुपए के लेवल पर था।

कुछ अन्य जरूरी आंकड़े–

– लॉजिस्टिक और मरीन बिजनेस का रेवेन्यू ग्रोथ 21 फ़ीसदी से जून क्वार्टर में बढ़ा है।
– लॉजिस्टिक रेवेन्यू इस बार के जून क्वार्टर में 1169 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गया है जो 1 वर्ष पहले के जून क्वार्टर में 571 करोड़ रुपए के लेवल पर था।
– मरीन बिजनेस सेगमेंट की रेवेन्यू 541 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गई है जो सालाना आधार पर 2.9 गुना की तेजी को दर्शा रही है।
– कार्गो वॉल्यूम जून क्वार्टर में 121 मिलियन मेट्रिक टन पर पहुंच गया है। जो सालाना आधार पर 11 फ़ीसदी की तेजी का संकेत कर रही है।

(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)

Source: Economic Times