Adani Group Exits: अडानी समूह ने AWL Agri Business से पूरी तरह से खींचा हाथ, बेच दिए सारे शेयर, जानिए कौन बना नया मालिक

Adani Wilmar rebranding to AWL Agri Business Ltd: अडानी ग्रुप ने अब अपने मशहूर खाने के तेल के बिजनेस से पूरी तरह हाथ खींच लिया है। शुक्रवार को उन्होंने AWL Agri Business (जिसे पहले Adani Wilmar कहा जाता था) में बची हुई 10.42% हिस्सेदारी भी बेच दी। ये शेयर अमेरिका, ब्रिटेन, मिडिल ईस्ट और भारत के कुछ बड़े निवेशकों ने खरीदे हैं। ये सौदा 275.5 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर हुआ, जबकि उसी समय कंपनी के शेयर बीएसई पर 277.30 रुपये में ट्रेड हो रहे थे।

इस डील से एक दिन पहले, गुरुवार को अडानी एंटरप्राइजेज ने Wilmar International को 20% हिस्सेदारी 7,150 करोड़ रुपये में बेचने का ऐलान किया था। इन दोनों सौदों को मिलाकर अडानी ग्रुप की सब्सिडियरी कंपनी Adani Commodities Ltd (ACL) ने दो दिन में कुल 10,900 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। अब, Wilmar International के पास इस कंपनी के 64% शेयर हैं यानी अब वो AWL Agri Business Ltd का नया और बड़ा मालिक बन गया है। अडानी ग्रुप की अब इस कंपनी में कोई हिस्सेदारी नहीं रही।

अडानी कहां लगाएंगे ये पैसा?

सूत्रों के अनुसार ये पैसा Adani Group अपने असली बिजनेस यानी एयरपोर्ट, सड़क, ग्रीन हाइड्रोजन, PVC और कॉपर जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स में लगाने वाला है। इससे पहले जनवरी 2025 में भी अडानी ने 13.5% शेयर 275 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से बेचकर 4,850 करोड़ जुटाए थे।

कंपनी का तिमाही प्रदर्शन कैसा रहा?

AWL Agri Business ने 2025 की पहली तिमाही में 17,059 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया, जो पिछले साल के मुकाबले 21% ज्यादा है। लेकिन कंपनी की कुल बिक्री में 5% की गिरावट भी आई। कंपनी ने इस पर कहा कि उपभोक्ता की मांग कम होने, चावल के कारोबार को मिलाने, और कुछ पुरानी सरकारी डील्स की वजह से ये तिमाही थोड़ी मुश्किल रही। कंपनी ने ये भी कहा कि कच्चे खाने के तेल पर कस्टम ड्यूटी कम होने से भारत में तेल बनाने वाली कंपनियों को फायदा मिलेगा। इससे विदेश से आने वाले रिफाइंड तेल पर थोड़ी रोक लगेगी और देश की बिक्री को बढ़ावा मिलेगा।

Source: Mint