यस बैंक के लिए एक बार फिर से बड़ा बदलाव सामने आने वाला है. जापानी बैंकिंग दिग्गज SMBC न केवल बैंक में ताजा पूंजी डालने जा रही है बल्कि आने वाले समय में इसे प्रमोटर का दर्जा दिलाने की भी योजना बना रही है.
कैपिटल इंफ्यूजन की तैयारी-सूत्रों के मुताबिक SMBC यस बैंक में लगभग ₹4,000 करोड़ का प्राथमिक कैपिटल लगाएगी. इस निवेश से उसकी हिस्सेदारी मौजूदा 20% से बढ़कर 24.99% हो जाएगी. यही वह सीमा है जो आरबीआई ने पिछले महीने की मंजूरी के दौरान तय की थी.
यस बैंक पहले ही अपने बोर्ड के जरिए ₹16,000 करोड़ के कैपिटल रेज़ प्लान को मंजूरी दे चुका है. इसमें से ₹7,500 करोड़ इक्विटी और बाकी हिस्सा डेट के जरिए जुटाया जाएगा. SMBC इस राउंड का लीड इन्वेस्टर होगा.
प्रमोटर-SMBC अभी तक यस बैंक में सबसे बड़ा पब्लिक शेयरहोल्डर है और इसके पास दो बोर्ड सीटें भी हैं. लेकिन प्राथमिक कैपिटल डालने के बाद यह कंपनी आरबीआई से औपचारिक रूप से प्रमोटर टैग पाने के लिए अप्रोच करेगी. अगर मंजूरी मिलती है तो नियमानुसार एक ओपन ऑफर भी आ सकता है, हालांकि इसके FY27 से पहले आने की संभावना कम है.
रेगुलेटर और इन्वेस्टर का भरोसा-जानकारों के मुताबिक, आरबीआई ने भी यस बैंक में ताजा कैपिटल डालने की शर्त रखी थी, जिसे SMBC अब पूरा करने जा रही है.
यह कदम यह दिखाएगा कि SMBC लंबी अवधि के लिए प्रतिबद्ध है और यस बैंक के साथ गंभीरता से जुड़ा रहना चाहता है.
बैंकर्स का कहना है कि कंपनी की यह पहल मार्केट और रेगुलेटर दोनों के लिए पॉजिटिव सिग्नल है. खासकर म्यूचुअल फंड्स और अन्य संस्थागत निवेशकों से भी इस इश्यू के लिए बातचीत जारी है.
सिटिग्रुप की भूमिका-इस पूरी डील को स्ट्रक्चर करने में सिटिग्रुप अहम भूमिका निभा रही है. इसी साल मई में SMBC ने यस बैंक में हिस्सेदारी ली थी और अब नया राउंड दिसंबर 2025 तक पूरा होने की संभावना जताई जा रही है.
निवेशकों के लिए मायने-यस बैंक में ताजा पूंजी डालने से बैंक की बैलेंस शीट मजबूत होगी.SMBC के प्रमोटर बनने से बैंक को ग्लोबल मैनेजमेंट और गवर्नेंस का फायदा मिलेगा.शेयरहोल्डर्स के लिए यह कदम बैंक में लंबी अवधि की स्थिरता का संकेत है.
Source: CNBC