इस बयान से भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ तनाव घटने की उम्मीद बढ़ी है.आईटी, फार्मा, टेक्सटाइल और इंजीनियरिंग एक्सपोर्टर कंपनियों को सबसे ज्यादा राहत मिल सकती है.ग्लोबल सेंटिमेंट सुधरने से बाजार में शॉर्ट टर्म में तेजी दिख सकती है.
किस सेक्टर और शेयरों पर असर पड़ेगा
आईटी सेक्टर-अमेरिका भारतीय आईटी कंपनियों का सबसे बड़ा मार्केट है. Infosys, TCS, HCL Tech, Wipro जैसी कंपनियों को राहत मिल सकती है.
फार्मा सेक्टर-दवा एक्सपोर्ट पर दबाव कम होने से Sun Pharma, Dr Reddy’s, Cipla, Lupin जैसे शेयरों को फायदा होगा.
टेक्सटाइल और गारमेंट्स -अमेरिका बड़ा आयातक है. Arvind, Vardhman Textiles, KPR Mill, Welspun India जैसी कंपनियों के लिए पॉजिटिव सेंटिमेंट बन सकता है.
इंजीनियरिंग और ऑटो एक्सपोर्टर्स-BHEL, Bharat Forge, Tata Motors, Motherson Sumi जैसे इंजीनियरिंग और ऑटो पार्ट्स एक्सपोर्टर्स को राहत मिलेगी.
ग्लोबल सेंटिमेंट सुधरने से भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है. एक्सपोर्ट-ओरिएंटेड स्टॉक्स में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ सकती है.
Source: CNBC