इस ज्वाइंट वेंचर में जियो फाइनेंशियल 50% हिस्सेदारी रखेगा, जिसके लिए कंपनी ने ₹2.50 लाख का निवेश किया है. AJRL का गठन, भारतीय बीमा नियामक प्राधिकरण (IRDAI) के जरिए नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मिलने के बाद किया गया है.
जियो फाइनेंशियल की नॉन-प्रॉफिट पॉलिसी के तहत यह समझाया गया है कि यह लेनदेन संबंधित पक्षों के बीच नहीं आता है और कंपनी के प्रमोटर, प्रमोटर समूह या समूह कंपनियों का इसमें कोई पर्सनल फायदा नहीं है.
इस साझेदारी का मकसद भारत के तेजी से बढ़ते बीमा बाजार में हाई-लेवल रि-इंश्योरेंस क्षमताओं को डिजिटल एक्सपर्टीज और एलियांज की ग्लोबल अंडरराइटिंग क्षमता के साथ जोड़ना है. एलियांज की 25 सालों से अधिक की भारत में रि-इंश्योरेंस सेवा की एक्सपर्टीज का फायदा इस नई कंपनी को मिलेगा.
ग्लोबल डिफेंस सॉल्यूशन
जियो फाइनेंशियल की निदेशक ईशा अंबानी ने कहा कि यह साझेदारी देश में बीमा पहुंच को व्यापक बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो “2047 तक सभी के लिए बीमा” के राष्ट्रीय टारगेट के अनुरूप है. एलियांज के सीईओ ओलिवर बाटे ने भी इस सहयोग को भारतीय बाजार में विश्वसनीय और हाई क्वालिटी वाली कारोबारी सेवाएं उपलब्ध कराने वाला एक बड़ा बदलाव बताया है. यह ज्वाइंट वेंचर भारतीय बीमा इंडस्ट्री के लिए एक नया युग लेकर आ सकता है, जिससे जोखिम प्रबंधन मजबूत होगा और ग्राहकों को ग्लोबल डिफेंस सॉल्यूशन उपलब्ध होंगे.
Source: CNBC