Motilal Oswal Recommends: वर्तमान समय में निवेशकों के लिए Motilal Oswal ने चांदी (Silver) को लेकर खास सलाह दी है कि जब भी चांदी के दाम गिरें तो उसे खरीदना चाहिए. उनके ताजा प्रीशियस मेटल्स क्वार्टरली रिपोर्ट में पाया गया है कि चांदी की कीमतें आने वाले 12 से 15 महीनों में और बढ़ सकती हैं.
रिपोर्ट में बताया गया है कि चांदी की बढ़ती हुई इंडस्ट्रियल डिमांड, निवेशकों की मजबूत दिलचस्पी और सप्लाई की कमी (Supply Deficit) कीमतों में तेजी के मुख्य कारण हैं. आजकल लगभग 60% चांदी का इस्तेमाल इंडस्ट्रियल जरूरतों के लिए हो रहा है, खासकर सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक वाहन, 5G टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक्स में.
चीन की ओर से होने वाला फोटोवोल्टाइक (PV) मॉड्यूल का निर्यात भी चांदी की बढ़ती मांग में अहम भूमिका निभा रहा है. 2025 की पहली छमाही में चीन ने 127 गीगावाट सोलर मॉड्यूल्स का निर्यात किया, जिसने चांदी की मांग को काफी बढ़ावा दिया है.
क्यों बढ़ रही लगातार कीमतें?
निवेश के लिहाज से भी चांदी की डिमांड बढ़ रही है. ग्लोबली चांदी पर आधारित ईटीएफ (ETF) और म्यूचुअल फंड्स में रिकॉर्ड निवेश हुआ है. सऊदी अरब के सेंट्रल बैंक ने 40 मिलियन डॉलर चांदी से जुड़े ईटीएफ में निवेश किए हैं. वहीं रूस ने अपने स्टेट सिल्वर रिज़र्व के लिए 3 साल में 535 मिलियन डॉलर लगाए हैं. भारत में भी 2025 की पहली छमाही में घरेलू चांदी का आयात 3000 टन से अधिक हुआ है, जिससे बाजार में सक्रियता बढ़ी है.
चांदी की कीमतें लगातार पांचवें साल सप्लाई की कमी के कारण बढ़ रही हैं. इसके साथ ही, ग्लोबल जियो-पॉलिटिकल टेंशन और अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने, तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद भी चांदी को एक सुरक्षित निवेश विकल्प बना रही है.
क्या होंगी कीमतें?
Motilal Oswal का अनुमान है कि घरेलू चांदी की कीमत ₹1.35 लाख से ₹1.50 लाख प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है, जबकि कॉमेक्स चांदी की कीमत $45 से $50 प्रति औंस के बीच कारोबार कर सकती है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ग्रीन टेक्नोलॉजी में इंडस्ट्रियल इस्तेमाल और निवेश की बढ़ती मांग चांदी की कीमतों को सपोर्ट करती रहेगी, जबकि ज्वेलरी की मांग कुछ हद तक धीमी बनी रहेगी. इसलिए, अगर चांदी के दाम गिरें तो उसे खरीदने का यह सही समय हो सकता है. यह न केवल निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर है, बल्कि देश में बढ़ती इंडस्ट्रियल डिमांड को ध्यान में रखकर भी चांदी की मांग भविष्य में और बढ़ेगी.
Source: CNBC