मंगल इलेक्ट्रिकल और विद्या वायर्स को SEBI से मिली हरी झंडी, IPO जल्द होगा लॉन्च

Upcoming IPO News: शेयर बाजार में जल्द ही दो नई कंपनियां निवेशकों के लिए अपना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लेकर आ रही हैं। वाइंडिंग और कंडक्टिविटी प्रोडक्ट्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी विद्या वायर्स और जयपुर की मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज को बाजार नियामक SEBI से हरी झंडी मिल गई है। दोनों कंपनियां मिलकर कुल 770 करोड़ रुपये की फंडिंग की प्लानिंग कर रही हैं।

Vidya Wires IPO डिटेल्स

विद्या वायर्स इस आईपीओ के जरिए 320 करोड़ रुपये जुटाएगी। यह फ्रेस इक्विटी और प्रमोटर्स की ओर से 1,00,00,000 शेयरों की बिक्री (OFS) का मिश्रण है। इन शेयरों की फेस वैल्यू 1 रुपये प्रति शेयर है। विद्या वायर्स आईपीओ के जरिए मिली फंडिंग का इस्तेमाल अपनी सब्सिडियरी कंपनी अल्कु (Alcu) के माध्यम से नया प्रोजेक्ट शुरू करने, कुछ पुराने कर्ज चुकाने या आंशिक रूप से प्री-पे करने और सामान्य कॉरपोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी।

दोनों एक्सचेंजों पर लिस्ट होने की उम्मीद

कंपनी के प्रमोटर्स श्यामसुंदर राठी, शैलेश राठी और शिल्पा राठी हैं। इस IPO को मैपैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड और IDBI कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज लिमिटेड मैनेज करेगा। कंपनी के शेयर BSE और NSE दोनों पर लिस्ट होने की उम्मीद है।

मंगल इलेक्ट्रिकल का 450 करोड़ का फ्रेश इश्यू

वहीं, जयपुर की मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज का IPO पूरी तरह से फ्रेस इश्यू होगा। कंपनी इसके जरिए 450 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। जिसमें मौजूदा शेयरधारकों की ओर से कोई शेयर बिक्री के लिए नहीं रखा गया है। प्रत्येक शेयर का फेस वैल्यू 10 रुपये है। कंपनी ने पिछले साल 24 दिसंबर को SEBI के पास अपने IPO के डॉक्यूमेंट्स जमा किए थे।

इन जगहों पर पैसे का होगा इस्तेमाल

कंपनी सार्वजनिक पेशकश से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल कई नए प्रोजेक्ट्स के लिए करेगी। इसमें से 96.03 करोड़ रुपये पुराने कर्ज को चुकाने या आंशिक रूप से प्री-पे करने, 120 करोड़ रुपये राजस्थान के सीकर जिले में रींगस स्थित यूनिट IV के विस्तार और जयपुर में मौजूदा हेड ऑफिस में जगह के बेहतर इस्तेमाल व स्टोरेज क्षमता बढ़ाने के लिए, 122 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए और बाकी पैसा सामान्य कॉरपोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।

बता दें कि इस IPO को मैनेज करने का जिम्मा सिस्टमैटिक्स कॉरपोरेट सर्विसेज लिमिटेड को सौंपा गया है, जबकि बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड रजिस्ट्रार है। कंपनी के शेयर भी BSE और NSE पर लिस्ट होंगे।

Source: Mint