उदाहरण के तौर पर, अगर किसी निवेशक के पास Karur Vyasya Bank के 100 शेयर हैं, तो उसे 20 अतिरिक्त बोनस शेयर मिलेंगे और कुल शेयर संख्या 120 हो जाएगी. इसके साथ ही शेयर की कीमत भी इसी अनुपात में एडजस्ट होगी.
23 साल में पांचवां बोनस इश्यू
यह पिछले 23 सालों में Karur Vyasya Bank की ओर से जारी किया गया पांचवां बोनस इश्यू है. इससे पहले बैंक ने अगस्त 2018 में 1:10, सितंबर 2010 में 2:5, और अक्टूबर 2002 में 1:1 के अनुपात में बोनस जारी किया था.
Karur Vyasya Bank ने पहली तिमाही में ₹521 करोड़ का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया, जो पिछले साल के ₹459 करोड़ से 13.5% अधिक है. बैंक की ब्याज से होने वाली नेट कमाई ₹1,080 करोड़ रही, जो पिछले साल के ₹1,027 करोड़ से 5.1% बढ़ी है.
31 जून, 2025 तक बैंक की कुल एसेट्स ₹1,25,371 करोड़ थीं, जो पिछले साल के ₹1,08,766 करोड़ से बढ़ी हैं. नेट ब्याज मार्जिन 3.86% था, जो पिछले साल के 4.14% से थोड़ा कम है. इसी अवधि में बैंक के सकल गैर निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) 0.66% थीं, जो पिछले साल के 0.76% से बेहतर हैं.
स्टॉक का प्रदर्शन
सोमवार को Karur Vyasya Bank के शेयरों में 3.8% की तेजी देखने को मिली. इस तेजी के साथ ₹268.2 के इंट्राडे के हाई लेवल पर पहुंचे. दोपहर लगभग 2:05 बजे शेयर ₹265 पर 2.6% की बढ़त के साथ ट्रेड कर रहे थे. इस साल अब तक शेयर ने 17.5% की बढ़त दर्ज की है. इस बोनस इश्यू के तहत निवेशकों को मुनाफा हासिल करने के लिये 26 अगस्त तक शेयरधारक बने रहना आवश्यक है, क्योंकि इसी दिन रिकॉर्ड डेट तय की गई है.
यदि शेयरधारक अभी भी अपने शेयर फिजिकल फॉर्म में रखते हैं, तो उन्हें इन्हें डीमैट कराना जरूरी है, अन्यथा उनके बोनस शेयर एक विशेष डीमैट एस्क्रो अकाउंट में जमा किए जाएंगे. इस कदम से बैंक अपने निवेशकों को रिवॉर्ड करने के साथ-साथ अपने शेयर बाजार में लिक्विडिटी को भी बढ़ावा देना चाहता है.
Source: CNBC