Vodafone Idea Share Price: कर्ज में डूबी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया के शेयरों में आज फिर से जोरदार तेजी दर्ज की गई। इसके शेयर 7.5 प्रतिशत की शानदार बढ़ोतरी के साथ 7.60 रुपये के स्तर पर इंड्राडे हाई बनाए। पिछले दो कारोबारी सत्रों में वोडाफोन आइडिया के शेयरों ने 16 प्रतिशत की शानदार बढ़त हासिल की है। इस टेलीकॉम स्टॉक में यह उछाल 83,400 करोड़ रुपये के एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) बकाया पर सरकार से मिलने वाली संभावित राहत की खबरें हैं। मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, दूरसंचार विभाग ने कंपनी को फाइनेंशियल क्राइसिस से निपटने के लिए कई राहत उपाए सुझाए हैं, जिससे निवेशकों में उम्मीद जगी है।
DoT ने PMO को भेजा पत्र
दूरसंचार विभाग ने पीएमओ को एक अनौपचारिक नोट भेजकर कंपनी के AGR बकाया चुकाने के लिए कई राहत उपाए सुझाए हैं। इनमें एक प्रमुख उपाय यह भी है कि वोडाफोन आइडिया वैधानिक बकाया भुगतान पर मौजूदा मोरेटोरियम को दो वर्ष और बढ़ाने की छूट दी जाए। इसके अलावा, दूरसंचार विभाग ने बकाया चुकाने के लिए अधिक वक्त देने, वार्षिक भुगतान की रकम कम करने और AGR भुगतान पर जुर्माना व ब्याज पर छूट देने जैसे विकल्प का जिक्र किया है।
VI पर 83,400 करोड़ का बकाया
बता दें कि VI पर 83,400 करोड़ रुपये का AGR बकाया है, जिसका एनुअल पेमेंट लगभग 18,000 करोड़ रुपये मार्च 2026 से शुरू होगा। अगर इसमें जुर्माना और ब्याज को जोड़ दिया जाए, तो यह रकम 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी। कंपनी पूरी तरह से वित्तीय रूप से टूट चुकी है और बैंक AGR बकाया पर को साफ जानकारी नहीं आने की वजह से नया कर्ज देने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित करने वक्त वोडाफोन आइडिया के CEO अक्षय मूंदड़ा ने बताया कि बैंक AGR मामले पर सरकार के रुख का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच, VI ने खर्च को जारी रखने के लिए नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल से पैसा जुटाने की कोशिश कर रही है।
मार्केट में डुओपॉली का डर
मामूल हो कि वोडाफोन आइडिया पर भारतीय बैंकों का 1950 करोड़ रुपये का बकाया है। अगर यह अपनी सर्विसेज ऑपरेट करने में विफल रहती है, तो इससे रिलायंस जियो और एयरटेल की पकड़ और मजबूत होगी। यह टेलीकॉम सेक्टर में डुओपॉली यानी दो कंपनियों की दबदबे की ओर इशारा कर रहा है। इससे मार्केट में कंपटीशन कम होगा और यूजर्स से मनमाना पैसा वसूला जा सकता है।
डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए विचार और सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों, विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि मिंट के। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच करें।
Source: Mint