रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की एजीएम में 44 लाख शेयर होडर्स के सामने मुकेश अंबानी Reliance Jio IPO की घोषणा करेंगे? क्या संभावना बन रही है?

इस सप्ताह शुक्रवार 28 अगस्त को रिलायंस इंड्स्ट्रीज़ की एजीएम के रूप में एक बड़ा इवेंट होने वाला है, जिसका इंतज़ार पूरा शेयर मार्केट कर रहा है. लिस्टेड कंपनियों में सबसे अधिक मार्केट कैप वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की वार्षिक आम बैठक में रिलायंस जियो के आईपी की घोषणा होने की संभावना है. हालांकि अभी पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है लेकिन मीडिया में इस तरह की कुछ अपुष्ट रिपोर्ट चल रही हैं.

Reliance Industries Ltd के शेयर प्राइस सोमवार को 1,417 रुपए के लेवल पर ट्रेड कर रहे थे. कंपनी का मार्केट कैप 19.18 लाख रुपए है. प्रसिद्ध कारोबारी और रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी इस शुक्रवार, 29 अगस्त को रिलायंस इंडस्ट्रीज ( आरआईएल ) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में भारत के सबसे बड़े ग्रुप के 44 लाख शेयरधारकों को संबोधित करने की तैयारी कर रहे हैं. इस मौके को ऐतिहासिक बनाते हुए क्या वे Reliance Jio IPO की घोषणा करेंगे?

एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी एक ऐसा सरप्राइज दे सकते हैं जो ग्रुप की दिशा बदल दे और संभवतः दुनिया के सबसे बड़े टेलीकॉम आईपीओ में से एक को सामने लाए. अगर ऐसा हुआ तो बाज़ार के लिए यह बहुत अच्छी खबर होगी.
बोफा सिक्योरिटीज ने कहा कि अधिकांश स्ट्रैटेजिकल अनाउंसमेंट एजीएम के दौरान किये जाते हैं, इसलिए कई निवेशक एजीएम से संभावित आईपीओ की समय-सीमा पर अतिरिक्त अपडेट की उम्मीद कर रहे हैं.
2019 की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में अंबानी ने शेयरधारकों से कहा था कि वे पांच साल के भीतर दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र की अपनी यूनिट का आईपीओ लाने पर विचार करेंगे, तब से इस विषय में कोई अपडेट नहीं आया है, जिससे आरआईएल के शेयरधारक बेसब्री से जियो के आईपीओ की संभावित समयसीमा और मूल्यांकन पर स्पष्टता का इंतज़ार कर रहे हैं, जो ब्लूचिप निफ्टी स्टॉक के लिए एक बड़ा ट्रिगर साबित हो सकता है.
इस बीच बाजार की गतिशीलता जियो के पक्ष में हो गई है. बीएनपी पारिबा के एनालिस्ट के अनुसार टेलीकॉम इंडस्ट्रीज़ EBITDA में ग्रोथ और पूंजीगत व्यय में नरमी देख रही है, अब अगली दो तिमाहियों में टैरिफ ग्रोथ की ओर अग्रसर हो सकता है. जियो द्वारा अपने कुछ एंट्री लेवल प्रीपेड प्लान बंद करने के हालिया कदम ने भी मुद्रीकरण पर ध्यान केंद्रित करने का संकेत दिया.
बाजार नियामक सेबी ने हाल ही में एक कंसल्टिंग पेपर जारी किया था जिसमें प्रस्ताव दिया गया था कि आईपीओ के बाद 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों को अपनी इक्विटी का केवल 2.5% ही जारी करना होगा, जो वर्तमान 5% से कम है. जियो, जिसका मूल्यांकन सिटी द्वारा $120 बिलियन (10.4 लाख करोड़ रुपये) से अधिक आंका गया है, के लिए यह नियामक बदलाव एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है.
बैंक ऑफ़ अमेरिका के सचिन सालगांवकर ने कहा कि इस साल अब तक हमारे कॉन्टैक्ट और रिलायंस के शेयर परफॉर्मेंस के आधार परहमें लगता है कि निवेशकों की उम्मीदें मामूली हैं, जिससे सकारात्मक आश्चर्य की कुछ गुंजाइश है. उन्होंने आरआईएल पर 1,660 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ बाय रेटिंग बरकरार रखी. साल 2025 में अब तक रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के शेयर लगभग 15% चढ़ चुके हैं.


Source: Economic Times