इस ऑर्डर के 31 अगस्त, 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है. इससे पहले हालही में कंपनी को गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) से 467.25 करोड़ रुपये की लागत से दो जहाज निर्माण के लिए Letter of Intent (LoI) भी प्राप्त हुआ है. ये वेसल्स जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) के लिए बनाए जाएंगे.
यात्री डिवीजन से रेवेन्यू में बड़ी छलांग की उम्मीद
टिटागढ़ रेल के वाइस चेयरमैन और एमडी उमेश चौधरी ने इस साल की शुरुआत में CNBC-TV18 के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि कंपनी का फ्रेट डिवीजन इस साल करीब 12,000 वैगन डिलीवर करेगा, जिनकी कीमत प्रति वैगन ₹35-40 लाख होगी.
साथ ही कंपनी यात्री डिवीजन से भी रेवेन्यू में बड़ी छलांग की उम्मीद कर रही है. टिटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड भारत की एक प्रमुख रेलवे और डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है. यह कंपनी कई तरह के प्रोडक्ट्स और सॉल्यूशंस बनाती है. कंपनी रेलवे वैगन निर्माण, माल ढुलाई के लिए अलग-अलग प्रकार के वैगन (freight wagons) बनाती है.
शेयर का प्रदर्शन
कंपनी का शेयर शुक्रवार को 0.22 फीसदी की तेजी के साथ 857 रुपये पर बंद हुआ. पिछले एक साल में कंपनी के शेयर में 39.48 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.
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Source: CNBC