उन्होंने कहा कि जुलाई में उम्मीद से कमजोर भर्ती और रोजगार बाजार पर बढ़ते दबाव इस दिशा में मजबूर कर सकते हैं. पॉवेल ने चेतावनी दी कि अगर आर्थिक हालात और बिगड़े तो नौकरी जाने का खतरा और तेज हो सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से महंगाई पर दबाव बना रह सकता है, इसलिए फेड को सतर्क नीति रुख अपनाना होगा. निवेशकों ने इसे राहत भरी खबर के रूप में लिया और बाजारों में खरीदारी का सिलसिला तेज हो गया.
जेरोम पॉवेल ने दिए कटौती के संकेत
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने संकेत दिए हैं कि केंद्रीय बैंक सितंबर में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. उन्होंने कहा कि जुलाई महीने के कमजोर रोजगार आंकड़े लेबर मार्केट पर बढ़ते रिस्क की ओर इशारा करते हैं. पॉवेल ने चेतावनी दी कि यदि आर्थिक परिस्थितियां और बिगड़ती हैं तो छंटनी की रफ्तार तेज हो सकती है. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगाए गए टैरिफ महंगाई को बढ़ा सकते हैं, इसलिए नीतिगत सतर्कता जरूरी है.
टैरिफ का असर दिखने लगा है
पिछले साल पॉवेल ने Jackson Hole में स्पष्ट तौर पर दरों में कटौती का इशारा दिया था लेकिन इस बार तस्वीर अधिक धुंधली है. पॉवेल ने माना कि टैरिफ का असर उपभोक्ता कीमतों पर अब साफ तौर पर दिखने लगा है और आने वाले महीनों में यह और बढ़ सकता है.
मार्केट एनालिस्ट का कहना है कि हाल ही में उत्पादक कीमतों में तेजी और आगामी आर्थिक आंकड़ों की अनिश्चितता ने फेड की दर कटौती की संभावना को कुछ समय के लिए टाल दिया है.
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Source: CNBC