Nifty 50 के सबसे महंगे स्टॉक में आ सकती है प्रॉफिट बुकिंग, लगातार पांच माह से बढ़त में है स्टॉक

शेयर मार्केट में इस सप्ताह तेज़ी का माहौल बना हुआ है और निफ्टी ने पिछले चार ट्रेडिंग सेशन में अपने प्रमुख रजिस्टेंस लेवल को ब्रेक करके 25000 के ऊपर क्लोज़िंग दी है. निफ्टी 50 इंडेक्स का एक स्टॉक ऐसा है जो लगातार पिछले पांच माह से बढ़त में है और अब इसमें प्रॉफिट बुकिंग के संकेत मिल रहे हैं. इस बीच इस स्टॉक को निफ्टी 50 इंडेक्स का सबसे महंगा स्टॉक कहा जा रहा है, जिसका नाम Eternal Ltd है.

पहले ज़मैटो के नाम से प्रचलित इस कंपनी का नाम अब इटरनल लिमिटेड है. Eternal Ltd के शेयर प्राइस गुरुवार को 1.55 % की गिरावट के साथ 321.50 रुपए के लेवल पर बंद हुआ. इस कंपनी का मार्केट कैप 2.92 लाख करोड़ रुपए है. इसकी ग्रोथ इतनी तेज़ है कि इसे बहुत जल्दी निफ्टी 50 इंडेक्स में जगह मिली जहां भारत की टॉप 50 कंपनियों के शेयर लिस्ट हैं. पिछले छह माह में स्टॉक 40% तक बढ़ चुका है.

निफ्टी 50 इंडेक्स का सबसे महंगा स्टॉक

कोई स्टॉक कितना महंगा है यह उसके शेयर प्राइस से नही बल्कि उसके प्राइस टू अर्निंग रेशो से मापा जाता है. प्राइस टू अर्निंग या पीई रेशो का अर्थ है कि किसी स्टॉक में निवेशक एक रुपया कमाने के लिए कितने रुपए निवेश करने को तैयार हैं. जैसे मारुति सुज़ुकी के शेयर प्राइस 14,280 है, लेकिन इसका पीई रेशो 30.90 रुपए है. इस स्टॉक में एक रुपया कमाने के लिए निवेश 30.90 रुपए निवेश करने के लिए तैयार हैं.

Eternal Ltd का पीई रेशो 900 रुपए के ऊपर है. याने निवेशक इसमें एक रुपया कमाने के लिए 900 रुपए निवेश करने को तैयार हैं. इस समय निफ्टी 50 इंडेक्स में यह सबसे अधिक पीई रेशो वाला स्टॉक है, इसलिए इसे निफ्टी 50 इंडेक्स का सबसे महंगा स्टॉक कहा जा सकता है.

चार्ट पर प्रॉफिट बुकिंग के संकेत

Eternal Ltd के मंथली चार्ट पर देखें तो यह स्टॉक पिछले पांच माह से तेज़ी में है और 200 रुपए के लेवल से 330 रुपए के लेवल तक आया है. डेली चार्ट पर इटरनल के शेयर प्राइस में कुछ रिट्रेसमेंट आने की संभावना दिख रही है. प्राइस पिछले दो दिनों से ऊपरी लेवल से नीचे आ रहा है.
स्टॉक अगर 320 रुपए के नीचे आया तो इसमें प्रॉफिट बुकिंग हो सकती है और यह डेली चार्ट के अपने लास्ट स्विंग लो लेवल 312 रुपए के लेवल पर आ सकता है.

ऊपरी लेवल में देखें तो 325-330 रुपए के ज़ोन में इसमें स्ट्रांग रजिस्टेंस है. अब यह सेलिंग ज़ोन बन चुका है और इसे अपसाइड ब्रीच करने के लिए स्टॉक को हैवी वॉल्यूम चाहिए. एक लंबी अपसाइड रैली के बाद स्टॉक में प्रॉफिट बुकिंग आ सकती है.

Source: Economic Times