ऐसे में झुनझुनवाला का कदम काफी समझदारी भरा लग रहा है। खास बात ये है कि जहां रेखा झुनझुनवाला इस शेयर को पूरी तरह से बेच चुकी हैं। वहीं, माधुसूदन केला और निखिल कामत जैसे बड़े निवेशक अब भी इस गेमिंग और स्पोर्ट्स मीडिया कंपनी में टिके हुए हैं।
मार्च 2025 तक झुनझुनवाला के पास इस कंपनी में थी 7.06% हिस्सेदारी
मार्च 2025 तक रेखा झुनझुनवाला के पास नजारा टेक्नोलॉजीज में 7.06% हिस्सेदारी थी, जो कि 61.8 लाख शेयरों के बराबर थी। 13 जून को उन्होंने अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी, जिसमें BSE पर 13 लाख और NSE पर 14 लाख शेयर शामिल थे। उन्होंने यह शेयर औसतन 1,225 रुपए प्रति शेयर की दर से बेचे। ये शेयर उन्हें उनके दिवंगत पति राकेश झुनझुनवाला से विरासत में मिले थे।
माधुसूदन केला के पास 10.96 लाख और कामत के पास 15.04 लाख शेयर
जहां रेखा झुनझुनवाला ने कंपनी से पूरी तरह एग्जिट कर लिया, वहीं कुछ नामी निवेशक अब भी अपनी हिस्सेदारी बनाए हुए हैं। माधुसूदन केला के पास अभी 10.96 लाख शेयर (1.18%) हैं और जिरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत के पास 15.04 लाख शेयर (1.62%) हैं, जो कामत एसोसिएट्स के जरिए निवेश करते हैं।
सब्सिडियरी कंपनी बनी चिंता का कारण
नजारा टेक्नोलॉजीज की सब्सिडियरी मूनशाइन टेक्नोलॉजी अब चिंता का कारण बन गई है, जो PokerBaazi जैसी रियल मनी गेमिंग से जुड़ी है। सरकार की सख्ती के बाद निवेशकों को लगने लगा है कि इससे कंपनी को नुकसान हो सकता है।
ICICI सिक्योरिटीज ने नजारा को दी ‘रिड्यूस’ रेटिंग
इन हालात को देखते हुए ICICI सिक्योरिटीज ने नजारा के शेयर पर ‘रिड्यूस’ रेटिंग दी है। उन्होंने पहले इसका टारगेट प्राइस ₹1,500 रखा था, जिसे अब घटाकर ₹1,100 कर दिया गया है। इसके साथ ही मूनशाइन टेक्नोलॉजी को पहले 400 रुपए का वैल्यू दिया गया था, अब उसे जीरो मान लिया गया है।
नजारा टेक्नोलॉजीज ने दी सफाई
नजारा टेक्नोलॉजीज ने सफाई दी है कि उसका रियल मनी गेमिंग (RMG) में कोई डायरेक्ट इन्वॉल्वमेंट नहीं है। कंपनी ने कहा कि मूनशाइन की कमाई उसके फाइनेंशियल में शामिल नहीं की जाती और RMG से उसे FY26 की पहली तिमाही में कोई रेवेन्यू नहीं हुआ। कंपनी को उम्मीद है कि इस बैन से उसकी आमदनी या मुनाफे पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा।
डिस्क्लेमर: जो सुझाव या राय एक्सपर्ट देते हैं, वो उनकी अपनी सोच है। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिंदी की राय नहीं होती।
Source: Economic Times