NSE के आंकड़ों के अनुसार दोपहर 12 बजे तक इस इश्यू को 52.53 लाख शेयरों के मुकाबले 52 लाख से ज्यादा बिडिंग मिलीं. रिटेल और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने अपने-अपने हिस्से को पूरी तरह भर दिया, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) की कैटेगरी 13% सब्सक्राइब हुई.
IPO से जुड़ी अहम बातें
मंगल इलेक्ट्रिकल्स ने ₹533-561 प्रति शेयर प्राइस बैंड पर ₹400 करोड़ जुटाने के लिए यह IPO लॉन्च किया. निवेशक कम से कम 26 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं, जिसकी न्यूनतम लागत ₹14,586 बनती है. शेयर अलॉटमेंट 25 अगस्त को फाइनल होने की संभावना है और 28 अगस्त को लिस्टिंग हो सकती है.
कितना ग्रे मार्केट प्रीमियम
लिस्टिंग से पहले कंपनी के अनलिस्टेड शेयर करीब 6% प्रीमियम पर ₹594 प्रति शेयर के भाव पर ट्रेड हो रहे थे. एक दिन पहले यह GMP 4.88% था, यानी इसमें हल्की बढ़त दर्ज हुई है.
निवेश करना सही रहेगा?
INVasset PMS के बिजनेस हेड हर्षल दसानी ने कहा, “कंपनी की कमाई FY24 में ₹449 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹549 करोड़ हो गई, जबकि मुनाफा ₹21 करोड़ से दोगुना होकर ₹47 करोड़ पहुंच गया. EBITDA मार्जिन बढ़कर 14.9% पर पहुंच गया. FY25 में EPS ₹17.1 रहा, जो ऊपरी प्राइस बैंड पर 32–33x P/E को दर्शाता है. RoNW 22.5% दर्ज हुआ और IPO के बाद कर्ज-इक्विटी अनुपात में बड़ी गिरावट की संभावना है.”
उन्होंने आगे कहा कि भारत में बढ़ती बिजली की मांग, ट्रांसमिशन अपग्रेड और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की ग्रोथ से कंपनी को लाभ मिलेगा. हालांकि वैल्यूएशन सस्ता नहीं है और तुरंत लिस्टिंग गेन सीमित हो सकते हैं, लेकिन 2-3 साल के नजरिए से यह IPO पावर इंफ्रास्ट्रक्चर थीम पर दांव लगाने का अच्छा अवसर है.
कंपनी का बिजनेस
मंगल इलेक्ट्रिकल्स ट्रांसफॉर्मर कंपोनेंट्स, लैमिनेशन, एमॉर्फस कोर, कॉइल असेंबली, वाउंड कोर, टोरॉइडल कोर और ऑयल-इमर्स्ड सर्किट ब्रेकर बनाती है. इसके ग्राहक सरकारी डिस्कॉम्स और निजी कंपनियां हैं, जैसे अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, वोल्टैम्प ट्रांसफॉर्मर्स लिमिटेड और वेस्टर्न इलेक्ट्रोट्रांस. कंपनी अपने उत्पाद नीदरलैंड, UAE, ओमान, USA, इटली और नेपाल में भी निर्यात करती है.
IPO की राशि का इस्तेमाल
₹101.3 करोड़ कर्ज घटाने में किया जाएगा. ₹87.85 करोड़ यूनिट-IV (रींगस, सीकर, राजस्थान) में सिविल वर्क और क्षमता विस्तार पर होगा. ₹122 करोड़ वर्किंग कैपिटल पर खर्च होंगे.
एंकर इन्वेस्टर्स
IPO खुलने से एक दिन पहले कंपनी ने 10 एंकर निवेशकों से ₹120 करोड़ जुटाए. इनमें सुनील सिंघानिया के अबैकस डाइवर्सिफाइड अल्फा फंड ने सबसे ज्यादा ₹38 करोड़ के शेयर खरीदे. इसके अलावा Lighthouse Canton, Societe Generale, Finavenue Capital Trust, Swyom India Alpha Fund, Sundaram AIF Trust, Imap India Capital Investment Trust और Aarth AIF Growth Fund भी शामिल रहे. सिस्टमेटिक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज इस IPO का लीड मैनेजर है.
Source: CNBC