सूत्रों के मुताबिक अहम बातें-एक्सचेंजों ने SEBI से प्रस्ताव रखा कि F&O कॉन्ट्रैक्ट्स को सिर्फ मंथली बेसिस पर लाया जाए.वीकली एक्सपायरी का उद्देश्य – जिसे शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग एक्टिविटी बढ़ाने के लिए लाया गया था – अब लॉन्ग-टर्म हेजिंग को सपोर्ट नहीं करता.
वीकली एक्सपायरी –मैनिपुलेशन की संभावना ज्यादा.रिटेल निवेशकों का लगातार नुकसान.
निवेशकों के लिए मतलब
अगर यह प्रस्ताव मंजूर होता है तो मार्केट की वोलैटिलिटी घट सकती है.रिटेल निवेशकों के लिए नुकसान का जोखिम कम होगा.हेजिंग और लॉन्ग-टर्म पोजिशन बनाने वालों के लिए मार्केट और स्थिर हो सकता है.
आपको बता दें कि SEBI चेयरमैन ने मार्केट डेवलपमेंट को लेकर आज कई अहम बातें कहीं. उनका कहना है कि रेगुलेटर अब कैश मार्केट में वॉल्यूम बढ़ाने और F&O कॉन्ट्रैक्ट की अवधि बदलने जैसे कदमों पर गंभीरता से विचार कर रहा है.
इस पर जल्द ही एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया जाएगा. वहीं, इसी बयान के साथ-साथ मार्केट में एक खबर टेंशन बढ़ाने वाली आई है.
खबर ये हैं कि विकली एक्सपायरी बंद हो सकती है. हालांकि, सेबी चेयरमैन ने हाल में इस खबर को पुरजोर के साथ खंडन किया था.
लेकिन आज के बयान के बाद बीएसई समेत समेत ब्रोकरेज हाउस कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली आई है.
Source: CNBC