IPO Alert : Park Medi World ला रहा 1260 करोड़ का इश्यू – निवेश से पहले जानें ये छिपे सच!

Park Medi World Limited IPO को मार्केट रेगुलेटर (सेबी) से मंजूरी मिल गई है. कंपनी 1260 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है, जिसमें 960 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और प्रोमोटर की ओर से 300 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल होगा. हर शेयर रुपये के फेस वैल्यू पर जारी किए जाएंगे. कंपनी ने ड्राफ्ट पेपर्स में बताया कि वह 192 करोड़ रुपये तक की प्री-इश्यू पेशकश पर भी विचार कर सकती है.

क्रिसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, Park Medi World उत्तरी भारत की दूसरी सबसे बड़ी निजी अस्पताल चेन है, जो ‘पार्क’ ब्रांड के तहत चलती है. इसके पास कुल 3,000 बेड की क्षमता है, जिसमें हरियाणा में 1,600 बेड हैं, जो इसे राज्य में सबसे बड़ी निजी अस्पताल चेन बनाता है.
30 सितंबर 2024 तक, कंपनी 30 से अधिक सुपर-स्पेश्यालिटी और स्पेश्यालिटी सर्विसेज मुहैया कराती है, जिनमें आंतरिक चिकित्सा, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, जनरल सर्जरी, ऑर्थोपेडिक्स और ऑन्कोलॉजी शामिल हैं. कंपनी के पास 891 डॉक्टर और 1,912 नर्स हैं.

कैसे हैं कंपनी के फाइनेंशियल्स?
Park Medi World ने सितंबर 2024 तक छह महीनों में 692 करोड़ रुपये की आय पर 113 करोड़ रुपये मुनाफा दर्ज किया है. कारोबारी साल 2023-24 में कंपनी का मुनाफा 152 करोड़ रुपये रहा, जो कारोबारी साल 2022-23 के 228 करोड़ रुपये से कम था. कारोबारी साल 2024 की आय 1231 करोड़ रुपये थी, जो पिछले साल के 1255 करोड़ रुपये से थोड़ी कम थी.
जुटाए फंड का कहां इस्तेमाल करेगी कंपनी?

  • 410 करोड़ रुपये कर्ज चुकाने या आंशिक रूप से चुकाने के लिए.
  • 110 करोड़ रुपये नए अस्पतालों के विकास और मौजूदा अस्पतालों के विस्तार के लिए.
  • 77.18 करोड़ रुपये अपनी सहायक कंपनियों ब्लू हेवन्स और रतनगिरी के लिए चिकित्सा उपकरण खरीदने के लिए.

30 सितंबर 2024 तक कंपनी का कर्ज 649 करोड़ रुपये था, जो 31 मार्च 2024 को 687 करोड़ रुपये था.
कंपनी का बिजनेस डॉक्टरों, सलाहकारों, रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर्स और नर्सों पर निर्भर है. सितंबर 2024 तक छह महीनों में डॉक्टरों और रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर्स का एट्रीशन रेट क्रमशः 45% और 62% रहा. सलाहकारों और मेडिकल पेशेवरों का एट्रीशन कारोबारी साल 2024 की तुलना में अप्रैल-सितंबर में बढ़ा. कंपनी के खिलाफ 4,74 करोड़ रुपये का एक टैक्स मामला और उसकी सहायक कंपनियों के खिलाफ 118 करोड़ रुपये के 22 टैक्स मामले लंबित हैं.
क्या होगा इस IPO का स्ट्रक्चर?
आईपीओ बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए होगा, जिसमें:

  • 50% तक हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए होगा.
  • 15% से कम गैर-संस्थागत निवेशकों को के लिए होगा.
  • 35% से कम नहीं रिटेल निवेशकों के लिए होगा.

आईपीओ के लिए बुक-रनिंग लीड मैनेजर नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड, CLSA India, DAM Capitalm और इंटेंसिव फिस्कल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड हैं. केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड रजिस्ट्रार है.
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Source: CNBC