भारती एयरटेल के शेयर प्राइस में आ सकती है कमज़ोरी, ऊपरीलेवल से प्राइस में आया रिजेक्शन, देखें क्या हैं महत्वपूर्ण लेवल

भारती एयरटेल के शेयर प्राइस में बुधवार को बाज़ार खुलने के साथ ही तेज़ी देखी गई और स्टॉक ने 1952 रुपए का डे हाई लेवल देखा. Bharti Airtel Ltd के शेयर प्राइस बुधवार को एक प्रतिशत से अधिक की तेज़ी के साथ 1930 रुपए के लेवल पर ट्रेड रहे थे. कंपनी का मार्केट कैप 11.55 लाख करोड़ रुपए है. डेली चार्ट पर ऊपरी लेवल से प्राइस में रिजेक्शन देखा गया.

भारती एयरटेल के शेयर बुधवार को बीएसई पर 2.16% उछलकर 1,952 रुपये के दिन के हाई लेवल पर पहुंच गए.इस तेज़ी का कारण यह रहा कि कंपनी ने 249 रुपये में 1 जीबी प्रतिदिन डेटा देने वाली अपनी एंट्री लेवल का प्रीपेड प्लान वापस ले लिया है.
बुधवार से प्रभावी इस कदम के तहत मोबाइल डेटा उपयोग की न्यूनतम सीमा 1.5 जीबी प्रतिदिन तक बढ़ा दी गई है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए इसकी कीमत बढ़ गई है. इससे कंपनी के प्रॉफिट में बढ़ोतरी होगी, जिसका असर शेयर प्राइस पर देखा गया.

इसी तरह भारती एयरटेल के लगभग 18-20% ग्राहक 1 जीबी प्रतिदिन के प्लान पर होने का अनुमान है. इस बंद होने से एयरटेल का ARPU 10-11 रुपये प्रति माह या 4-4.5% बढ़ सकता है और इसके भारत वायरलेस वित्त वर्ष 27 के EBITDA में 18-20 अरब रुपये की वृद्धि हो सकती है, जो 2% की ग्रोथ के बराबर है. जेएम फाइनेंशियल ने यह भी अनुमान लगाया है कि इससे भारती एयरटेल का कुल मूल्यांकन 43-47 रुपये प्रति शेयर या लगभग 2% बढ़ सकता है.

डेली चार्ट पर प्राइस रिजेक्शन क्यों आया

Bharti Airtel के डेली चार्ट पर देखें तो स्टॉक ने 1952 का डे हाई लेवल छुआ और वह 1930 रुपए के लेवल पर बंद हुआ. इसने बुधवार को डेली चार्ट पर इनवर्टेड हैमर कैंडल बनाई जो संकेत दे रही है कि स्टॉक में उतनी तेज़ी आ चुकी है जितनी इस खबर से आ सकती थी. अब अगर भारती एयरटेल के शेयर प्राइस को 1952 रुपए के पार निकलना है तो उसमें नए ट्रिगर्स की ज़रूरत होगी.
शॉर्टर टाइम फ्रेमपर स्टॉक लगातार हायर हाई, हायर लो पैटर्न बना रहा है लेकिन डेली टाइम फ्रेम पर अब वह 1940-1960 के रजिस्टेंस ज़ोन से सेलिंग प्रेशर ले रहा है. इस ज़ोन में प्राइस जब भी आएगा, स्टॉक में बिकवाली हो सकती है जैसा कि हमने बुधवार को देखा.

भारती एयरटेल में महत्वपूर्ण लेवल

Bharti Airtel के डेली चार्ट पर 1930-1920 का ज़ोन बाइंग ज़ोन है. प्राइस अगर इस ज़ोन के नीचे जाता है तो सेलिंग प्रेशर आ सकता है जो स्टॉक को 1870 रुपए के लेवल पर ले जा सकता है.

ऊपरी लेवल पर देखें तो 1930-1960 के बीच के ज़ोन में स्टॉक ने अगर कंसोलिडेशन दिखाया तो ऊपरी राह खुल सकती हैं और स्टॉक एक बार फिर अपने 52 वीक हाई लेवल 2045 रुपए के लेवल तक आ सकता है.इसके लिए पहले स्ट्क को 1952 रुपए के लेवल से ऊपर क्लोज़िंग देनी होगी.

Source: Economic Times