Maruti Suzuki India के स्टॉक ने टच किया ऑल टाइम हाई लेवल, GST में कटौती की उम्मीद से उछली शेयरों की कीमत

नई दिल्ली: ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी Maruti Suzuki India Ltd के स्टॉक में सोमवार को तेज़ी देखने को मिल रही है. जीएसटी में कटौती होने की उम्मीद के कारण स्टॉक में तेज़ी देखने को मिल रही है. स्टॉक में 9 प्रतिशत तक की तेज़ी देखी गई, जिससे स्टॉक ने 14,125 रुपये के अपने इंट्राडे हाई लेवल को टच किया. खबर लिखे जाने तक भी कंपनी के शेयर 8.60 प्रतिशत की तेज़ी के साथ 14,054 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहे थे. यह पिछले पांच साल में पहली बार है जब स्टॉक में इतनी तेज़ी देखने को मिल रही है.

जीएसटी में कटौती

बता दें कि सबसे ज़्यादा ग्रामीण इनकम ऑटो सेक्टर की दो कंपनियों में आती है, जिनमें मारुति सुजुकी और हीरो मोटोकॉर्प शामिल है. हीरो मोटोकॉर्प दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी है, तो मारुति सुजुकी चार पहिया वाहन निर्माता है. अगर जीएसटी की रेट में कटौती होती है, तो उसका फायदा मारुति सुजुकी को होने की उम्मीद है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,चार पहिया वाहन कंपनियों के लिए जल्द ही दो अलग-अलग प्रकार के टैक्स या स्लैब हो सकती है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि 1,200 सीसी से कम इंजन वाली छोटी कारों पर टैक्स की दर 28% से घटाकर 18% की जा सकती है. 4 मीटर तक लंबी, 1,200 सीसी तक के पेट्रोल इंजन या 1,500 सीसी तक के डीज़ल इंजन वाली हाइब्रिड कारों पर भी इसी तरह की टैक्स कटौती का सुझाव दिया जा रहा है.

फिलहाल, छोटी कारों पर 28% जीएसटी लगता है, साथ ही 1% से 3% तक का अतिरिक्त कर (स्मॉल सेश) भी लगता है.
मारुति की ज़्यादातर कारें 1,200 सीसी से कम इंजन वाली छोटी कारों से आती हैं. वहीं 1,200 सीसी से अधिक इंजन वाली मारुति की ज़्यादातर गाड़ियां हाइब्रिड कैटेगरी में आती हैं.

क्या कह रहे हैं ब्रोकरेज?

अभी दोपहिया वाहनों पर 28% कर लगता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस टैक्स को घटाकर 18% किया जा सकता है. ब्रोकरेज फर्म जेफरीज के मुताबिक, अगर ऐसा होता है, तो बजाज, हीरो, टीवीएस और आयशर जैसी बड़ी दोपहिया वाहन कंपनियों को फायदा हो सकता है. ब्रोकरेज का कहना है कि सरकार द्वारा सस्ती और प्रीमियम बाइक्स के लिए अलग-अलग जीएसटी दरें तय करने की संभावना कम है.
जेफ़रीज़ ने बताया कि एसयूवी पर वर्तमान में 45-50% का भारी टैक्स लगता है, और इस कर में कमी की उम्मीद नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि हाइब्रिड कारों पर सामान्य पेट्रोल/डीज़ल कारों (ICE वाहनों) की तरह ही जीएसटी रेट लागू होता है, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) पर केवल 5% टैक्स लगता है. अगर सरकार हाइब्रिड पर GST में कटौती करती है, तो यह मारुति के लिए अच्छी खबर होगी, क्योंकि वह कई हाइब्रिड कारें बेचती है.

(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स हिंदी के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)

Source: Economic Times