Editor’s Take: GST रिफॉर्म से बाजार में नई रफ्तार, बुल रन की आहट

Editor’s Take: भारतीय इकोनॉमी को एक बड़ा बूस्टर मिलने जा रहा है. सरकार GST के ढांचे में ऐतिहासिक बदलाव करने जा रही है. अब तक जिन बड़े कंजम्पशन प्रोडक्ट्स पर 28% टैक्स स्लैब लागू था, उन्हें 18% में लाया जाएगा. यह सिर्फ टैक्स कटौती नहीं, बल्कि बाजार के लिए एक बड़ा रिफॉर्म है, जो नई तेजी की शुरुआत कर सकता है.

क्यों है यह बड़ा गेमचेंजर?
पिछली बुल मार्केट की शुरुआत कॉरपोरेट टैक्स कटौती से हुई थी. इस बार GST में बदलाव बाजार को नई दिशा दे सकता है. विदेशी निवेशकों (FIIs) के रिकॉर्ड 92% शॉर्ट पोजिशन हैं, जिसका मतलब है कि शॉर्ट कवरिंग से तेजी का माहौल बन सकता है. हालांकि, बाजार की असली परीक्षा यह होगी कि शुरुआती गैप-अप टिक पाए या नहीं. अगर निफ्टी 25,000 का स्तर पार कर लेता है, तो बड़ी रैली देखने को मिल सकती है.

अच्छी खबरों की झड़ी

  • GST ढांचे में बड़ा रिफॉर्म
  • ट्रंप-पुतिन मुलाकात से पॉजिटिव संकेतों की उम्मीद
  • भारत से 25% सेकेंडरी टैरिफ हटने की संभावना
  • स्टील सेक्टर को एंटी-डंपिंग ड्यूटी से राहत
  • S&P की रेटिंग अपग्रेड
  • FIIs की शॉर्ट कवरिंग की संभावना

GST में क्या बदलेगा?

सरकार अब GST की सिर्फ दो मुख्य दरें (5% और 18%) रखने जा रही है. 12% और 28% स्लैब खत्म होंगे.
चयनित बदलाव

  • फूड, मेडिसिन, एजुकेशन: 5% → NIL या 5%
  • इंश्योरेंस प्रीमियम: 12% → NIL या 5%
  • सीमेंट: 28% → 18%
  • टीवी, एसी, फ्रीज, वाशिंग मशीन: 28% → 18%
  • बाइक (<350CC): 28% → 18%
  • कार (<1200CC): 28%+सेस → 18%
  • लग्जरी कार/SUV: 28%+सेस → 40%
  • ऑनलाइन गेमिंग: 28% → 40%
  • ज्वैलरी/प्रीसियस मेटल: 3% → कोई बदलाव नहीं

निवेशकों के लिए रणनीति
पिछले एक साल से बाजार ने कोई खास रिटर्न नहीं दिया है. ऐसे में शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव पर ध्यान देने की बजाय लॉन्ग टर्म का नजरिया अपनाना सही रहेगा. ऑटो, FMCG, होटल और इंश्योरेंस सेक्टर पर फोकस करें. केवल उन्हीं कंपनियों में निवेश करें जो लगातार अच्छे नतीजे दिखा रही हैं. खबरों और तकनीकी संकेतों का कॉम्बिनेशन देखें.
निफ्टी और बैंक निफ्टी की चाल

  • निफ्टी सपोर्ट: 24,600-24,650 | बड़ा सपोर्ट: 24,450-24,500
  • निफ्टी रजिस्टेंस: 24,750-24,800 (20 DEMA) | बड़ा रजिस्टेंस: 24,900-24,950
  • बैंक निफ्टी: पहला रजिस्टेंस 55,800-56,000, और 56,000 के ऊपर 57,000 तक की तेजी संभव.

बाजार फिलहाल भरोसे की कमी से जूझ रहा है, लेकिन GST रिफॉर्म और ग्लोबल पॉलिटिकल पॉजिटिविटी बड़े बुल रन की नींव रख सकती है.

Source: CNBC