तेजी के पीछे के 3 कारण
मॉर्गन स्टैनली ने अपग्रेड के पीछे तीन प्रमुख कारण बताए हैं. पहला कारण समूह में सबसे आगे रहने वाला RoE और प्रति शेयर आय (EPS) में मजबूत ग्रोथ है. दूसरा कारण, साथियों की तुलना में लगातार सकारात्मक अनुमानों का रुझान है. तीसरा कारण, एसेट क्वालिटी जोखिम काफी कम है, भले ही बैड लोन में हल्की बढ़ोतरी की संभावना हो
जेफरीज ने भी Muthoot Finance का प्राइस टारगेट ₹2,660 से बढ़ाकर ₹2,950 कर दिया है, जो 17% से अधिक की संभावित बढ़त दर्शाता है. जेफरीज का मानना है कि सोने की कीमतों में मजबूती और लोन-टू-वैल्यू (LTV) में वृद्धि की संभावना कंपनी की लोन ग्रोथ को समर्थन देगी और यह स्टॉक मौजूदा बाजार दबाव में डिफेंसिव प्ले बना रहेगा.
दूसरी ओर, मोतीलाल ओसवाल ने Muthoot Finance पर “Neutral” रेटिंग बरकरार रखी है और ₹2,790 का प्राइस टारगेट दिया है, जो 11% की संभावित बढ़त का संकेत देता है. फर्म का कहना है कि गोल्ड लोन के लिए अनुकूल माहौल और असुरक्षित ऋण की सीमित उपलब्धता कंपनी की ऋण वृद्धि को मजबूती दे सकती है, हालांकि मौजूदा मूल्यांकन में अधिकांश सकारात्मक पहलू शामिल हो चुके हैं.
उम्मीद से बेहतर नतीजे
कंपनी के जून तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे. कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) पिछले साल की तुलना में 42% बढ़कर ₹1.2 लाख करोड़ हो गईं, जिसमें गोल्ड लोन AUM 40% बढ़कर ₹1.13 लाख करोड़ पर रहा. एसेट क्वालिटी में भी सुधार हुआ—ग्रॉस स्टेज 3 एसेट 3.41% से घटकर 2.58% और नेट स्टेज 3 एसेट 2.79% से घटकर 2.1% हो गया.
बोर्ड ने मुथूट मनी में ₹500 करोड़ और मुथूट होमफिन में ₹200 करोड़ तक की अतिरिक्त इक्विटी निवेश को मंजूरी दी है. मुथूट मनी कंपनी के कुल AUM का 4% और मुथूट होमफिन लगभग 2% हिस्सा रखता है.
कंपनी पर कवरेज करने वाले 25 विश्लेषकों में से 15 ने “खरीदें” (Buy), छह ने “रोकें” (Hold) और चार ने “बेचें” (Sell) की रेटिंग दी है.
Source: CNBC