Wipro में ब्लॉक डील में 20.23 करोड़ शेयरों का लेन-देन, कीमत 2% तक उछली; कितना मोटा रहा सौदा

Wipro Stock Price: आईटी कंपनी विप्रो में एक ब्लॉक डील के जरिए 20.23 करोड़ शेयरों का लेन-देन हुआ है। शेयरों की यह संख्या कंपनी की 2 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है। ट्रांजेक्शन 250 रुपये प्रति शेयर के एवरेज प्राइस पर हुआ। इस बेसिस पर लेन-देन की कुल वैल्यू 5,057 करोड़ रुपये रही। इस डील के तहत बायर्स और सेलर्स कौन हैं, इसका पता अभी नहीं चल सका है।

लेटेस्ट शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, कंपनी में मार्च 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 72.73 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। वहीं डोमेस्टिक म्यूचुअल फंड्स के पास कंपनी में 4.08 प्रतिशत और विदेशी निवेशकों के पास 11.13 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। रिटेल शेयरहोल्डर्स या 2 लाख रुपये तक की ऑथराइज्ड शेयर कैपिटल वाले शेयरहोल्डर्स के पास विप्रो में 3.58 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। वहीं 2 लाख रुपये से ज्यादा की ऑथराइज्ड शेयर कैपिटल वाले शेयरहोल्डर्स के पास 2.96 प्रतिशत स्टेक था।

Wipro का मार्केट कैप बढ़कर 2.63 लाख करोड़ रुपये

9 जून को दिन में BSE पर विप्रो के शेयर में लगभग 2 प्रतिशत तक की तेजी दिखी और कीमत 253.50 रुपये के हाई तक चली गई है। कारोबार बंद होने पर शेयर 1 प्रतिशत बढ़त के साथ 251.30 रुपये पर सेटल हुआ। विप्रो का मार्केट कैप 2.63 लाख करोड़ रुपये हो गया है। BSE के मुताबिक, साल 2025 में शेयर अभी तक 16 प्रतिशत नीचे आया है। शेयर की फेस वैल्यू 2 रुपये है।

मार्च तिमाही में मुनाफा 26 प्रतिशत बढ़ा

विप्रो का जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के दौरान ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 1.33 प्रतिशत बढ़कर 22504.2 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 22208.3 करोड़ रुपये था। कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 25.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 3588.1 करोड़ रुपये रहा, जो मार्च 2024 तिमाही में 2858.2 करोड़ रुपये था। कंपनी के इक्विटीहोल्डर्स के लिए मुनाफा 3569.6 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के मुनाफे 2834.6 करोड़ रुपये से 25.9 प्रतिशत ज्यादा है। मार्च 2025 तिमाही के दौरान विप्रो के खर्च बढ़कर 18978.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गए, जो एक साल पहले 18978.8 करोड़ रुपये के थे।

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ब्रोकरेज का क्या है रुख

तिमाही नतीजों के बाद नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने विप्रो के शेयरों की रेटिंग को ‘बाय’ से घटाकर ‘होल्ड’ कर दिया। साथ ही टारगेट प्राइस को भी कम करके 260 रुपये कर दिया, जो पहले 300 रुपये था। चॉइस ब्रोकिंग ने भी विप्रो के शेयरों की रेटिंग को घटाकर ‘रिड्यूस’ कर दिया और इसके लिए 252 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया। बर्नस्टीन ने शेयरों पर अपनी ‘अंडरपरफॉर्म’ रेटिंग को बरकरार रखा, लेकिन टारगेट प्राइस कम करके 200 रुपये कर दिया। नोमुरा ने टारगेट प्राइस 300 रुपये से कम करके 280 रुपये कर दिया। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने ‘होल्ड’ रेटिंग के साथ 260 रुपये प्रति शेयर का टारगेट दिया।

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Source: MoneyControl