मंत्री ने यह भी कहा कि कंपनी को 22 मई तक 1,000 बसें सप्लाई करने का रिवाइज्ड शेड्यूल दिया गया था, लेकिन एक भी बस नहीं दी गई, जिससे कंपनी द्वारा भविष्य में वाहनों की सप्लाई पर संदेह पैदा हो गया है. ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक ने बाद में स्पष्ट किया कि यह ऑर्डर वर्तमान में उसके स्पेशन पर्पज व्हीकल (SPV) द्वारा एग्जीक्यूशन में है, जो कि ईवी ट्रांस प्राइवेट लिमिटेड के पास है. इस एसपीवी के अंतर्गत ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक की हिस्सेदारी केवल 1 प्रतिशत है, जबकि प्रमुख बोलीदाता होने के नाते एवी की एसपीवी में 99% हिस्सेदारी है. कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि एसपीवी को अभी तक ऑर्डर रद्द होने की कोई सूचना नहीं मिली है.
शेयर का प्रदर्शन
सोमवार को खबर लिखे जाने तक कंपनी का शेयर 0.19 फीसदी की तेजी के साथ 1,224.90 रुपये पर कारोबार कर रहा था. पिछले एक साल में कंपनी के शेयर में 30.02 फीसदी की तेजी देखने को मिली है.
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Source: CNBC