Airtel के प्रमोटर ने बेच दिए 6.7 करोड़ शेयर, 3% टूटकर बंद हुआ स्टॉक, प्रॉफिट 43% बढ़ा

Airtel Block Deal: आज शेयर बाजार में भारतीय एयरटेल शेयरो में 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट कंपनी के प्रमोटर ग्रुप की यूनिट इंडियन कॉन्टिनेंट इनवेस्टमेंट लिमिटेड (ICIL) की ओर से ब्लॉक डील के माध्यम से 1.2% हिस्सेदारी बेचने के बाद आई है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 1,886.30 के लेवल पर कामकाज के लिए खुले थे, जबकि 1,859.50 रुपये के लेवल पर क्लोजिंग हुई। पिछले कुछ दिनों से एयरटेल के शेयरों पर दबाव बना हुआ है। स्टॉक 100 डे और 200 डे के मूविंग एवरेज से ऊपर है, लेकिन 5 डे, 20 डे और 50 डे मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा है।

6.7 करोड़ शेयरों की हुई बिक्री

एयरटेल के प्रमोटर सुनील मित्तल की अगुवाई वाली ICIL ने ब्लॉक डील के माध्यम से 6.7 करोड़ शेयरों की बिक्री की है, जो 1.2 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है। इस ब्लॉक डील का फ्लोर प्राइस 1,862 रुपये प्रति शेयर था। यह भाव गुरुवार को बंद कीमत से 3 फीसदी कम है। यह पूरी तरह से सेकेंडरी बिक्री थी, यानी इसमें कोई नया शेयर जारी नहीं हुआ और कोई डाइल्यूशन नहीं हुआ। इस डील से मिलने वाला पूरा पैसा ICIL को मिलेगा। इस सौदे के बाद ICIL की हिस्सेदारी एयरटेल में 2.47% से घटकर 1.27% बच गई है। हालांकि, अभी भी एयरटेल में प्रमोटर्स की कुल हिस्सेदारी 51% से ऊपर है, जिसमें भारती टेलीकॉम का 40.47% स्टेक शामिल है। इस डील का प्रबंधन जेफरीज और JP मॉर्गन के हाथों में था।

शानदार रहा Q1 रिजल्ट

बता दें कि एयरटेल ने वित्तीय वर्ष 2026 की जून तिमाही में शानदार रिजल्ट पेश किया। रिपोर्ट की गई तिमाही के लिए कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 43% बढ़कर 5,947.9 करोड़ रुपये हो गया, जबकि बीते साल की समान तिमाही में 4,160 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था। इस दौरान, ऑपरेशन से रेवेन्यू सालाना आधार पर 28.4% बढ़कर 49,463 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, बीते साल की जून तिमाही में 38,506.4 करोड़ रुपये था।

ARPU में बढ़ोतरी

टेलीकॉम कंपनी के लिए महत्वपूर्ण स्टैंडर्ड एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU), भारत में 211 रुपये से बढ़कर 250 रुपये हो गया। कंपनी भारत और अफ्रीका में शानदार प्रदर्शन के बल बूते यह रिजल्ट पेश किया है। मौजूदा वित्तीय वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का EBITDA 27,839 करोड़ रुपये रहा, जबकि EBITDA मार्जिन 56.4% से थोड़ा कम होकर 56.3% पर आ गया।

Source: Mint