सुर्खियों में आई ये मशहूर ज्वेलरी कंपनी; मजबूत Q1 Results से इन्वेस्टर्स की दिलचस्पी बढ़ी, शेयर करेगा कमाल!

नई दिल्ली: गहने और आभूषण बनाने वाली बाजार की जानी-मानी कंपनी पीसी ज्वैलर के शेयर आने वाले सोमवार, 4 अगस्त के कारोबारी सत्र में दलाल स्ट्रीट पे चर्चा के केंद्र में बने रहेंगे। अब आप सोच रहे होंगे आखिर इसके पीछे कारण क्या है? तो बता दे कि पीसी ज्वैलर कंपनी ने फाइनेंशियल ईयर 2026 का जून क्वार्टर रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार के जून क्वार्टर में इस आभूषण कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 80.8% से बढ़कर के 725 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गया है यहीं रेवेन्यू 1 वर्ष पहले के जून क्वार्टर में 401 करोड़ रुपए के लेवल पर था। वहीं दूसरी तरफ PC Jeweller Ltd का Ebitda इस बार के जून क्वार्टर में 126% से बढ़कर 128 करोड़ रुपए के लेवल पर रिपोर्ट हुआ है जो साल भर पहले के जून क्वार्टर में 52 करोड़ रुपए के लेवल पर था।

रेवेन्यू और Ebitda के मोर्चे पर आई तेजी की वजह से इन्वेस्टर्स का सेंटीमेंट सोमवार के सत्र में पीसी ज्वैलर शेयर के लिए पॉजिटिव हो सकता है।

3 महीने में 22% रिटर्न

पीसी ज्वैलर कंपनी के शेयरों में पिछले 3 महीने में करीब 22% की जानदार तेजी देखने को मिली है। वहीं पिछले 1 महीने में 14% की तेज और पिछले एक सप्ताह में 3% की तेजी रिपोर्ट की गई है। संभवत जून क्वार्टर रिजल्ट के बाद यह तेजी आगे भी जारी जा सकती है।

मुनाफा कुछ खास नहीं

पीसी ज्वैलर कंपनी का कल मार्केट कैप 9869 करोड़ रुपए है कंपनी ने इस बार के जून क्वार्टर में मुनाफे के तौर पर 144 करोड़ रुपए रिपोर्ट किया है जो 1 साल पहले के जून क्वार्टर में 65 करोड़ रुपए के लेवल पर था। साल दर साल के आधार पर 4% की तेजी देखने को मिली है।
जून क्वार्टर में आभूषण और ज्वेलरी की बिक्री भी शानदार रही है इस बात की पुष्टि पीसी ज्वैलर कंपनी के सेल्स आंकड़े भी कर रहे हैं बता दे कि इस बार के जून क्वार्टर में कंपनी का सेल्स 725 करोड़ रुपए के आंकड़े को टच कर गया है जो 1 साल पहले के जून क्वार्टर में 401 करोड रुपए के लेवल पर था।
पीसी ज्वैलर का शेयर शुक्रवार के दिन मार्केट बंद होने के बाद 4% की गिरावट के साथ ₹15 के भाव पर कारोबार करके बंद हुआ था।

(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)

Source: Economic Times