क्या दी जानकारी
सरकारी सूत्र ने कहा कि शुक्रवार को सरकार साफ कर चुकी है कि भारत की तेल खरीद बाजार पर आधारित परिस्थितियों से ही प्रभावित होगी और इसमे देश हित सबसे ऊपर रखा जाएगा. और फिलहाल इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि भारतीय कंपनियों ने रूस से तेल खरीद खत्म कर दी है. यानि सरकार ने साफ कर दिया है कि वो तेल वहां से ही खरीदेगी जो देश के हितों के मुताबिक होगा.
क्या है खबर
शुक्रवार को ही रॉयटर्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि भारतीय तेल कंपनियों ने बीते हफ्ते से रूसी कच्चे तेल की खरीद रोक दी है. रिपोर्ट में इसके पीछे 2 वजहें दी गई जिसके मुताबिक रूसी तेल पर मिलने वाली छूट का घटना और रूस से तेल की खरीद पर अमेरिका के द्वारा पेनल्टी और ऊंचे टैरिफ का एलान से कंपनियों ने खरीद रोक दी है. रिपोर्ट के मुताबिक जिन कंपनियों ने तेल की खरीद बंद की है वो मिडिल ईस्ट और अफ्रीकी देशों से तेल खरीद रहे हैं
क्या है भारत को लेकर ट्रंप का फैसला
इसी हफ्ते ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी के टैरिफ लगाने का एलान किया है. इसके साथ ही रूस के साथ डील की वजह से पेनल्टी लगाने की भी बात कही है. साल 2024 में अमेरिका ने भारत से 87.4 अरब डॉलर की वस्तुएं आयात कीं, जो 2023 की तुलना में 4.5 प्रतिशत (3.7 अरब डॉलर) की वृद्धि दर्शाता है. अनुमान है कि 87 अरब डॉलर के आयात के 20 फीसदी हिस्से पर टैरिफ का असर देखने को मिल सकता है.
Source: CNBC