फिर चर्चा में आया L&T Share; मिला बिग डील, अब 4 Aug को मार्केट खुलने का इंतजार

नई दिल्ली: कंस्ट्रक्शन और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की नामी कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो लिमिटेड ने शुक्रवार के दिन जानकारी दी है कि उन्हें 2500 करोड़ रुपए से 5000 करोड़ रुपए के बीच में एक कॉन्ट्रैक्ट आर्डर प्राप्त हुआ है। यह कॉन्ट्रैक्ट ऑर्डर इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन वर्क से जुड़ा हुआ है। इस कॉन्ट्रैक्ट ऑर्डर को वेदांता ग्रुप की कंपनी हिंदुस्तान जिंक की तरफ से दिया गया है। इस खबर के आने के बाद से दलाल स्ट्रीट के इन्वेस्टर की नजर लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी के शेयर्स पर आ गई हैं। जिस वजह से आगामी 4 अगस्त सोमवार के कारोबारी सत्र में लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी के शेयर इन्वेस्टर के रडार पर रहेंगे।

प्रोजेक्ट की डिटेल्स

यह बड़ा प्रोजेक्ट ऑर्डर लार्सन ऐंड टुब्रो लिमिटेड कंपनी के मिनरल्स और मेटल बिजनेस सेगमेंट कॉर्पोरेट करने वाले डिपार्टमेंट को दिया गया है। लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी का यह डिपार्टमेंट हिंदुस्तान जिंक कंपनी के लिए नया जिंक पुरीफिकेशन सेल हाउस फैसिलिटी का निर्माण करेगा।
लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी को यह प्रोजेक्ट राजस्थान राज्य में मौजूद हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड कंपनी के देबरी सेमलेटर कॉम्प्लेक्स में पूरा करना है। इस पूरे प्रोजेक्ट के तहत लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी को इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, इंस्टॉलेशन कमिश्निंग जैसे कामों को पूरा करना है।
लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी का शेयर हाल के दिनों में तब चर्चा में आ गया था जब कंपनी ने फाइनेंशियल ईयर 2026 का जून का रिजल्ट जारी किया था जिसमें कंपनी का परफॉर्मेंस काफी मजबूत था जिस वजह से कंपनी के शेयरों में भी तेजी देखने को मिली थी।
लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी का नेट प्रॉफिट इस बार के जून क्वार्टर में 29.9% से बढ़कर के 3617 करोड़ रुपए के लेवल पर चला गया है जो बाजार के लगाए गए अनुमान से अधिक है वहीं रेवेन्यू 15.5% से बढ़कर के 63678 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गया था जबकि Ebitda जून क्वार्टर में 12.5% से उछलकर के 6316 करोड़ रुपए के लेवल पर चला गया है।
लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी का शेयर शुक्रवार के दिन 1.14% की गिरावट के साथ 3,595.20 रुपए के भाव पर बंद हुआ है।

(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)

Source: Economic Times