सूत्रों ने CNBC-TV18 को बताया कि टाटा मोटर्स इवेको के कमर्शियल ट्रक निर्माण बिजनेस को खरीदने के लिए बातचीत कर रही है. इवेको ग्रुप ने भी इस बात की पुष्टि की है कि वे अपने रक्षा और कमर्शियल ट्रक बिजनेस को अलग-अलग बेचने की प्रक्रिया में हैं और टाटा मोटर्स के साथ कमर्शियल ट्रक बिजनेस के बिक्री पर बातचीत चालू हैं.
टाटा का सबसे बड़ा अधिग्रहण
अगर यह अधिग्रहण पूरा होता है, तो यह टाटा समूह का अब तक का दूसरा सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा, जो कोरस डील के बाद है. टाटा मोटर्स का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा, जो 2008 में 2.3 अरब डॉलर में जगुआर लैंड रोवर खरीदने के सौदे से बड़ा होगा. दोनों कंपनियों के बोर्ड इस डील को बुधवार को मंजूरी दे सकते हैं.
जेम्स मॉर्गन जैसी ब्रोकरेज फर्म ने कहा है कि इवेको के औद्योगिक बिजनेस की 70% कमाई ट्रकों से आती है, जबकि 15-15% बसों और पावरट्रेन से आता है. इवेको ने 2024 में हल्के कमर्शियल वाहनों में 13.3% और मध्यम और भारी कमर्शियल वाहनों में 8-9% बाजार हिस्सेदारी हासिल की थी.
यह अधिग्रहण टाटा मोटर्स को अपने स्केल को बढ़ाने और पावरट्रेन टेक्निकल तक पहुंच प्रदान करने में मदद करेगा. वर्तमान में टाटा मोटर्स का कमर्शियल वाहन बिजनेस मुख्य रूप से भारत-केंद्रित है, जिसमें भारी वाहनों में 49% और हल्के वाहनों में 30% बाजार हिस्सेदारी है.
पिछले कारोबारी साल में इस सेगमेंट की कमाई ₹75,000 करोड़ और EBITDA ₹8,800 करोड़ रहा है. टाटा मोटर्स कमर्शियल वाहन बिजनेस का अलग से डिमर्जर प्रक्रिया में है, जो दिसंबर 2025 तक पूरा हो जाएगा. इस अधिग्रहण से कंपनी को ग्लोबल सेक्टर में ऑपरेशनल और टेक्निकल मजबूती मिलेगी.
Source: CNBC