क्या कहा मैनेजमेंट ने
बैंक के एमडी और सीईओ अशोक वासवानी ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही से MFI क्षेत्र में लोन चुकाने में देरी बढ़ रही थी, लेकिन अब हालात सुधरते दिख रहे हैं. उन्होंने कहा, “हमें लगता है कि MFI में क्रेडिट कॉस्ट अब अपने ऊपरी स्तरों पर पहुंच चुकी है. रिटेल कमर्शियल व्हीकल (CV) लोन में जो स्ट्रैस है, उसका कारण कुछ हद तक देश की आर्थिक स्थिति भी है” उन्होंने यह भी कहा कि अब नए MFI लोन फिर से दिए जाएंगे क्योंकि पुराने लोन की अदायगी सामान्य हो रही है.
बैंक ने यह भी बताया कि कमर्शियल व्हीकल लोन में भी क्रेडिट कॉस्ट बढ़ी है, जिसका कारण आर्थिक चुनौतियाँ हैं. बैंक की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर शांति एकांबरम ने कहा कि बैंक ने CV लोन देने के नियम सख्त कर दिए हैं और स्थिति पर नजर रखी जा रही है.
कैसा रहा पर्सनल लोन बिजनेस
कोटक बैंक का पर्सनल लोन बिजनेस अच्छी गति से बढ़ रहा है. बैंक को उम्मीद है कि क्रेडिट कार्ड कारोबार भी फिर से गति पकड़ेगा, जिसे पिछले साल आरबीआई के एक प्रतिबंध के कारण नुकसान हुआ था. वासवानी ने कहा कि बैंक ने पहली तिमाही में दोबारा कार्ड जारी करने शुरू कर दिए हैं और कारोबार में तेजी आने की उम्मीद है.
कैसे रहे तिमाही नतीजे
पहली तिमाही में बैक का स्टैंडअलोन मुनाफा 3,281.7 करोड़ रुपये रहा है. जो कि CNBC-TV18 के पोल में मिले 3,442 करोड़ रुपये के अनुमान से करीब 5 फीसदी कम रहा. सालाना आधार पर इसमें 47.5% की गिरावट देखने को मिली है. पिछले साल की इसी तिमाही में मुनाफा 6,250 करोड़ रुपये रहा था.
मुनाफे में दबाव प्रोविजन बढ़ने की वजह से दर्ज हुए हैं. तिमाही में प्रोविजन 1208 करोड़ रुपये रहे थे जो कि साल भर पहले इसके आधे से भी कम यानि 578.5 करोड़ रुपये पर थे. इससे पिछली तिमाही में प्रोविजन 909 करोड़ रुपये पर पर थे
वहीं, नेट इंटरेस्ट इनकम 6.1% की बढ़ोतरी के साथ 6,842 करोड़ से बढ़कर 7,259.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. बढ़त के बावजूद हालांकि यह भी पोल में दिए अनुमान 7,293 करोड़ रुपये से थोड़ा कम रही.
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Source: CNBC