भारतीय सेना से BEL को मिला ₹1,640 करोड़ का बड़ा ऑर्डर, 6 महीने में 50% से ज्यादा चढ़ा शेयर

डिफेंस सेक्टर की दिग्गज कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार वजह भारतीय सेना से मिला ₹1,640 करोड़ का बड़ा ऑर्डर है. 25 जुलाई 2025 को BEL ने बताया कि उसे एयर डिफेंस फायर कंट्रोल राडार (अतुल्य) की सप्लाई के लिए यह ऑर्डर मिला है. NSE और BSE को दी गई जानकारी के मुताबिक, यह ऑर्डर न केवल BEL की ऑर्डर बुक को और मजबूत बनाएगा, बल्कि कंपनी की डिफेंस इंडस्ट्री में मजबूत पकड़ को भी दिखाता है.

डिफेंस सेक्टर की नवरत्न कंपनी BEL को जुलाई 2025 में अब तक कुल ₹563 करोड़ के नए ऑर्डर मिले हैं. गुरुवार को एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया कि 30 जून 2025 के बाद से BEL को ये और ऑर्डर मिले हैं. BEL के अनुसार, इन ऑर्डर्स में कई अहम डिफेंस प्रोजेक्ट शामिल हैं, जैसे- नेशनल मेरीटाइम डोमेन अवेयरनेस सिस्टम, गन के लिए इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम, कम्युनिकेशन इक्विपमेंट, एक्टिव एंटीना एरे यूनिट, सैटकॉम इंटरसेप्शन सिस्टम, सीकर, टारगेट एक्विजीशन सिस्टम, जैमर्स, स्पेयर्स और सर्विसेज सहित अन्य.

जून में BEL को मिले थे ₹1,113 करोड़ के ऑर्डर

30 जून 2025 को BEL ने बताया था कि उसे ₹528 करोड़ के नए ऑर्डर मिले हैं. इससे पहले 20 जून को कंपनी ने 5 जून 2025 के बाद से ₹585 करोड़ के अतिरिक्त ऑर्डर्स मिलने की जानकारी दी थी. इन ऑर्डर्स में कई अहम डिफेंस और टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट शामिल थे, जैसे- फायर कंट्रोल सिस्टम, मिसाइल साइडिंग सिस्टम, कम्युनिकेशन इक्विपमेंट, जैमर, रडार, ईवीएम (EVMs), कंट्रोल सेंटर्स, मोबाइल शेल्टर्स, स्पेयर्स और जरूरी सर्विसेस. BEL को लगातार मिल रहे ये ऑर्डर्स यह दिखाते हैं कि डिफेंस सेक्टर में उसकी मांग लगातार बनी हुई है और उसकी टेक्निकल कॉम्पिटेंस पर सरकार का भरोसा मजबूत है.

6 महीने में 50.45% चढ़ चुका है BEL का शेयर

बीते कारोबारी दिन (25 जुलाई) BEL का 0.67% की गिरावट के साथ 395.60 रुपए के स्तर पर बंद हुआ. पिछले 5 दिन में शेयर में 0.34% की मामूली बढ़त देखने को मिली है. वहीं, पिछले 6 महीने की बात करें तो भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के शेयर में 50.45% की तेजी देखने को मिली है. इस साल अब तक BEL के शेयर ने 34.60% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है. पिछले 1 साल में भी इस शेयर में 27.65% की बढ़त देखने को मिली है.

Source: Economic Times