Market This week: अक्टूबर 2024 के बाद पहली बार लगातार चौथें हफ्ते बाजार में गिरावट रही जारी, रुपये में भी दिखा दबाव

Market This week: भारतीय इक्विटी सूचकांकों ने 2025 की सबसे लंबी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की और 25 जुलाई को समाप्त लगातार चौथे सप्ताह में गिरावट को बढ़ाया, जो अक्टूबर 2024 के बाद पहली बार आया। भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए), Q1 में कंपनियों के मिलेजुले नतीजे, निरंतर विदेशी बहिर्वाह और यूएस-भारत व्यापार सौदे पर अनिश्चितताओं के बीच बाजार में सप्ताह के हाई वौलेटिलिटी देखने को मिली। यहीं कारण रहा कि 25 जुलाई को खत्म हुए हफ्ते में सेंसेक्स 294.64 अंक यानी 0.36 फीसदी की गिरावट के साथ 81463.09 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 131.4 अंक यानी 0.52 फीसदी की गिरावट के साथ 24837 के स्तर पर बंद हुआ।

बीते हफ्ते बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 2.5 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ। Indian Energy Exchange, Blue Jet Healthcare, Control Print, Wendt (India), KSolves India, Ion Exchange (India), Ceat, Veranda Learning Solutions, Kirloskar Pneumatic Company, Quick Heal Technologies, Transrail Lighting, PC Jeweller, Ideaforge Technology, Cigniti Technologies में 10-34 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं दूसरी तरफ InfoBeans Technologies, KIOCL, Tilaknagar Industries, Master Trust, SML Isuzu में 20-40 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।

25 जुलाई को खत्म हुए हफ्ते में मिडकैप इंडेक्स 1.7 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। Coforge, Zee Entertainment Enterprises, Persistent Systems, MphasiS, AU Small Finance Bank, Colgate Palmolive (India) टॉप लूजर रहा। वहीं One 97 Communications (Paytm), 3M India, UPL, Coromandel International, Dixon Technologies मिडकैप के टॉप लूजर रहें।

बीएसई का लॉर्जकैप इंडेक्स 0.7 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। Lodha Developers, Nestle India, Reliance Industries, Trent, NTPC Green Energy, Tech Mahindra लॉर्जकैप के टॉप लूजर रहें। वहीं Eternal, Swiggy, Info Edge India, Jindal Steel & Power, ICICI Bank, Ambuja Cements, Waaree Energies, Shree Cements, Hindalco Industries, Tata Motors टॉप गेनर रहे।

सेक्टोरल फ्रंट पर देखें तो निफ्टी मीडिया इंडेक्स 5.7 फीसदी की गिरावट देखने को मिला। वहीं रियल्टी इंडेक्स 5 फीसदी, निफ्टी आईटी इंडेक्स 4 फीसदी, निफ्टी ऑयल एंड गैस और एफएमसीजी इंडेक्स 3.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिला। हालांकि निफ्टी बैंक, फार्मा और प्राइवेट बैंक इंडेक्स हल्की बढ़त लेकर बंद हुआ।

विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूरे सप्ताह शुद्ध बिकवाल रहे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने शेयर खरीदकर इसकी भरपाई की। एफआईआई ने चौथे सप्ताह में भी बिकवाली जारी रखी और 13,552.91 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 17,932.45 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जिससे 14वें सप्ताह में भी खरीदारी जारी रही।

भारतीय रुपये में तीसरे हफ़्ते भी गिरावट जारी रही। 25 जुलाई को रुपया 37 पैसे गिरकर 86.52 प्रति डॉलर पर आ गया, जबकि 18 जुलाई को यह 86.15 पर बंद हुआ था। हफ़्ते के दौरान रुपये ने 86.62 का निचला स्तर और 86.20 का उच्चतम स्तर छुआ।

Source: MoneyControl